जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव का दंगल खत्म हो चुका है। अब 10 मार्च को अंतिम फैसले का इंतजार है। हालांकि, उससे पहले सोमवार को आए एग्जिट पोल में योगी आदित्यनाथ सरकार की वापसी का अनुमान है।
10 से ज्यादा एग्जिट पोल में भाजपा को स्पष्ट बहुमत दिया गया है। इनमें भाजपा को 212 से 326 तक सीट गईं। वहीं, अगर 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा को 312 सीटें मिली थीं। यानी भाजपा अपना पिछला प्रदर्शन फिर दोहराती नजर नहीं आ रही है।
अब एबीपी-सी वोटर के एग्जिट पोल पर नजर डालें तो उसमें भाजपा को 288 से 244 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है, जबकि अखिलेश की समाजवादी पार्टी को 132 से 148 सीटें मिलने की बात कही गई है।
अब टाइम्स नाउ-वीटो के सर्वे की बात करें तो उसने भाजपा को अपने एग्जिट पोल में 225 सीटें दी हैं, जबकि सपा के 151 सीटों पर ही ठहरने का अनुमान का लगाया गया है।
रिपब्लिक पी. मार्क ने भी भाजपा को बहुमत दिया है, लेकिन सीटों का आंकड़ा 240 रखा है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी को 140 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
हालांकि, अगर 2017 विधानसभा के एग्जिट पोल की बात की जाए तो 6 में से 4 एग्जिट पोल ने भाजपा की सरकार बनाई थी। हालांकि, भाजपा को जो 312 का बहुमत मिला था। उस तक कोई भी एग्जिट पोल नहीं पहुंच पाया था।
इन आंकड़ों में एक दिलचस्प बात बसपा की सीटें बेहद कम होना भी है। किसी भी एजेंसी ने बसपा को 20 से ज्यादा सीटें मिलने की बात नहीं कही है।
एबीपी सी-वोटर ने बसपा को 13 से 21 सीटें मिलने का अनुमान जताया है। वहीं टाइम्स नाउ के सर्वे में बसपा को 14 सीटें मिलने की बात कही गई है।
रिपब्लिक पी. मार्क ने बसपा को 17 सीटें दी हैं तो वहीं चाणक्य टुडेज ने बसपा के महज 2 सीटों पर ही सिमटने का अनुमान जाहिर किया है। कांग्रेस की बात करें तो उसे किसी भी सर्वे में 5 से ज्यादा सीटें नहीं दी गई हैं। ऐसे में प्रियंका गांधी की सक्रियता एक बार फिर से 2019 के आम चुनाव की तरह बेकार साबित होती दिख रही है।
Author: samachar
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