सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। मेडिकल की पढ़ाई कर डॉक्टर बनने का सपना लेकर यूक्रेन गए जिले के छात्रों की सकुशल वापसी हो रही है। रूस -यूक्रेन युद्ध के बीच फंसे छात्र वहां के खौफनाक मंजर के बीच किसी तरह घर पहुंच रहे हैं। छात्र छात्राओं की सकुशल वापसी से जहां उनके चेहरे पर खुशी की लहर है। वहीं परिजनों ने भी राहत की सांस ली है ।
पैदल चलकर बार्डर तक पहुंची
शहर के सिंधी मिल कालोनी की निवासी अनुष्का सिंह यूक्रेन में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा है।उन्होंने बताया की यूक्रेन के मंजर काफी भयावह था ।गोलाबारी और बमों के धमाके से हम लोगो काफी डरे सहमे हुए थे। दिमाग मे बस एक ही बात आ रही थी कि किसी तरह यहां से अपने वतन वापस चले आये ।अनुष्का ने बताया की हम लोग 20 किमी पैदल चलकर किसी तरह बड़ी मशक्क्त के बाद सीमा तक पहुंचे ।तबाही का जो मंजर यूक्रेन में हैं उसे कभी भुलाया नही जा सकता। अनुष्का ने बताया की हालात बहुत खराब हैं वहां, बार्डर तक तो सरकार की कोई व्यवस्था नही थी, लेकिन रोमानिया में वहां के मेयर द्वारा खाने पीने की व्यवस्था कराई गई थी ।बार्डर तक पहुँचने में पूरे एक दिन लग गया। जबकि सामान्य दिनों में इतना टाइम नही लगता ।
सरकार को दिया धन्यवाद
अनुष्का सिंह ने बताया की काफी तनाव पूर्ण हालात में हम लोगों की सकुशल वापसी सरकार के प्रयास से हुआ है ।सरकार वहां फंसे सभी लोगो को सुरक्षित वापस निकाल रही है ।घर वापस आने के बाद जहां अनुष्का के चेहरे पर खुशी है।वही परिजनों ने भी अपनी बेटी के सकुशल वापसी पर सुकून की सांस ली है
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."