जावेद अंसारी की रिपोर्ट
लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के लंबे समय तक सहयोगी रहे शिवकुमार पारीक का शनिवार की देर रात को निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे शिव कुमार पारीक ने दिल्ली में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार 6 मार्च, रविवार को जयपुर के चांदपोल मोक्षधाम में होगा।
शिव कुमार के निधन पर उत्तर प्रदेश भाजपा में शोक की लहर दौड़ गई। शिव कुमार का लंबे समय से दिल्ली स्थित एम्स में इलाज चल रहा था। उनके निधन की सूचना पर केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश में बीजेपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, बीजेपी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने शोक संवेदना व्यक्त की। इसके अलावा अलग-अलग भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी अपनी यादें शिवकुमार के साथ जोड़ते हुए शोक संवेदना जाहिर की।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट करके कहा कि जब शिवकुमार का सानिध्य मिला, उन्होंने सदैव मेरा मार्गदर्शन किया व शुभेच्छु रहे। उनका जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपनी शरण में लें एवं उनके परिजनों को संबल प्रदान करें ॐ शांति।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने शिव कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शिव कुमार राष्ट्रवादी विचारधारा की मजबूती के लिए जीवन पर्यन्त कार्य करते रहे।
भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के लंबे समय तक सहयोगी रहे शिव कुमार के निधन से सामाजिक व राजनैतिक क्षेत्र की अपूर्णीय क्षति हुई है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने अटल बिहारी वाजपेई और अपने पिता लालजी टंडन और शिवकुमार के बीच की पुरानी यादों को साझा किया। बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह ने भी शिवकुमार के निधन पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत क्षति है।
बीजेपी के लखनऊ महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने शिवकुमार पारीक की तस्वीर जारी की है। जिसमें वह मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर व महानगर लखनऊ की टीम शिव कुमार के साथ मौजूद हैं। उन्होंने लिखा कि अटल बिहारी वाजपेई जब देश के प्रधानमंत्री थे, उस वक्त वे लखनऊ के सांसद भी थे। तब उनके सहयोगी शिवकुमार ही लखनऊ के कार्यकर्ताओं के साथ सामंजस्य करते थे, ताकि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों में कोई बाधा ना पड़े। महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने उन यादों को ताजा किया।
Author: samachar
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