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November 22, 2024 9:22 pm

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घर कब आओगे ; बमबारी और रुसी सेना के आतंक में घिरे सुयश के परिजन खोई खोई आंखों से बेटे की राह निहार रहे हैं

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला और चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

गोण्डा: यूक्रेन और रूस के विवाद में भारत से एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए कई छात्र फंसे हुए हैं। हालांकि भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा के तहत वहां से छात्रों को लाने का काम शुरू कर दिया है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में लोग अपने वतन आने की राह देख रहे हैं। इसमें गोंडा जिले के करनैलगंज क्षेत्र का छात्र सुयश गुप्ता भी यूक्रेन में हो रही बमबारी के बीच यूक्रेन की राजधानी के कीव में फंसा हुआ है जिसे लेकर उनके परिजन काफी परेशान है जब तक यह छात्र अपने घर नहीं पहुंचता है तब तक उनके परिजन काफी सहमे हुए हैं। वहीं, सरकार से मदद की उम्मीद लगाए हैं कि जल्दी ही उनका बेटा वतन वापसी करेगा।

यूक्रेन और रूस में युद्ध छिड़ने के वहां के हालात खराब है जो छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं उनके परिजनों को उनकी सुरक्षा को लेकर काफी चिंता बनी हुई है। गोंडा के करनैलगंज कस्बे का छात्र सुयश गुप्ता 4 साल से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है और वह अंतिम वर्ष का छात्र था, लेकिन यूक्रेन में युद्ध के हालात होने के बाद अब उसे घर आने की चिंता है जैसा कि घर वालों ने बताया की सुयश अपने साथियों के साथ बंकर में रात बिता रहा है और वहां से हंगरी जाने की तैयारी में है लेकिन स्थिति खराब होने के कारण अभी वह यूक्रेन की राजधानी कीव में ही फंसा हुआ है। ऐसे में सुयश गुप्ता के परिजनों को डर सता रहा है कि युद्ध की स्थिति में वो कैसे वहां से निकल पाएगा।

बेटे की चिंता से भावुक परिजन बताते हैं कि बेटे से वीडियो कॉल पर बात हुई तो उसने बताया कि एंबेसी से कांटेक्ट किया गया है, लेकिन अभी कोई परिणाम नहीं निकला है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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