आकाश राठौर की रिपोर्ट
जालौन: रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध में कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। हमले के बाद यूक्रेन की स्थिति लगातार खराब होते जा रही है, जिसके कारण वहां फंसे छात्रों में खौफ का आलम है और वो किसी तरह से वतन वापसी चाहते हैं। हालांकि भारत सरकार ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने में लगी है। वहीं, ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसी जालौन निवासी छात्रा छाया यादव अब सकुशल अपने घर लौट आई है।
छाया के घर पहुंचने पर परिजनों में खुशी की लहर देखने को मिली, जहां मां से मिलकर छाया भी भावुक हो गई। वहीं, परिजनों ने छाया की आरती और माला पहनाकर स्वागत किया।
जालौन पहुंचने के बाद छाया ने यूक्रेन की मौजूदा हालात को बयां करते हुए कहा कि अभी भी 25 हजार से अधिक भारतीय छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे हैं। कई छात्र-छात्राओं को पोलैंड, हंगरी और रोमानिया बॉर्डर पर लाया गया है। पहले भारतीय दूतावास की ओर से उन्हें किसी प्रकार की कोई भी मदद नहीं की जा रही थी, लेकिन जब हालात बिगड़ने लगे तब भारतीय एंबेसी के अधिकारी रोमानिया, हंगरी और पोलैंड बॉर्डर पर मदद के लिए पहुंचे हैं।
छाया ने बताया कि यूक्रेन में सायरन बजते ही सभी छात्र-छात्राएं रूम से निकलकर मेट्रों स्टेशन में बने बंकर में छुप जाते थे।
इतना ही नहीं वहां की कंडीशन बहुत ज्यादा बिगड़ रही है। उसने कहा कि वहां हालात इतने खराब है कि उस स्थिति को मैं शब्दों में बयां करने में खुद को असमर्थ पा रही हूं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."