जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
हमीरपुर: प्रदेश में जब-जब चुनाव आता है तब-तब लोगों को अपनी मूलभूत सुविधाओं की फिक्र होती है। तब वह चुनाव बहिष्कार जैसे हथकंडे अपनाते हैं।
ललितपुर के महरौनी विधानसभा (227) के चार गांव के ग्रामीणों ने आज मतदान का बहिष्कार किया। यहां 12 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़े और ग्रामीणों का कहना है कि पिछले चुनाव के दौरान भी यहां विकास के वादे किए गए थे, लेकिन आज भी स्थिति जस की तस है।
बता दें कि महरौनी के तहसील क्षेत्र मड़ावरा के ग्राम पंचायत वनगुंवा के मजरा पापड़ा, हीरापुर, बारई के ग्रामीणों ने सड़क,लाइट,शिक्षा की समस्याओं को लेकर आज मतदान का बहिष्कार किया। हालांकि, प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे।
इस बार भी हमीरपुर जिले के राठ विधानसभा क्षेत्र के जिगनी गांव में ग्रामीण सड़क न बनने से नाराज हैं और उन्होंने अबकी मतदान का बहिष्कार किया है। वहीं, जिगनी गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार करते हुए हाथों में बैनर लेकर प्रदर्शन भी किया। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि जब-जब चुनाव आते हैं नेता आकर लच्छेदार बातें करते हैं और वोट लेने के बाद गांव की तरफ रुख नहीं करते हैं और न ही फिर कभी गांव में झांकने के लिए आते हैं।
एक ग्रामीण ने कहा कि हमारी सरकार डिजिटल युग में पहुंचने की बात कह रही है और जिगनी गांव में सड़क तक नहीं है। ऐसे में अगर कोई इमरजेंसी पड़ जाए तो मरीज को अस्पताल ले जाना भी मुश्किल होता है। अगर बरसात का मौसम हो तो फिर भगवान ही मालिक है।
कन्नौज में भी मतदान का बहिष्कार
कन्नौज के तिर्वा विधानसभा क्षेत्र के पुरवाजादे शाह न्याय गांव में सड़क न बनने से नाराज ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने एकत्र होकर रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाए। मतदान बहिष्कार की खबर मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने की कोशिश किए। लेकिन ग्रामीण जिद पर अड़े रहे।
हाथरस में भी मतदान का बहिष्कार
हाथरस के सिकंदराराऊ विधानसभा क्षेत्र के गांव नगला बिहारी के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। लोगों का कहना है कि जलभराव और गंदगी के विरोध के चलते उन्होंने यह निर्णय लिया है। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया। इसी बीच हाथरस विधानसभा क्षेत्र के गांव भीम नगरिया में भी लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। यहां ग्रामीणों ने सड़क का निर्माण न होने के विरोध में यह फैसला लिया। लोगों ने कहा कि अगर गांव में सड़क नहीं बनेगी तो वे वोट भी नहीं करेंगे।
कासगंज में भी मतदान का बहिष्कार
कासगंज जनपद के अमांपुर विधानसभा क्षेत्र (101) के ग्राम जींगन बरसौड़ा में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। ग्रामीणों ने गांव से 6 किलोमीटर दूर बूथ बनाने के चलते मतदान बहिष्कार करने का निर्णय लिया। ग्रामीणों का कहना है कि हर बार यहां पोलिंग बूथ बनता था, लेकिन इस बार 6 किलोमीटर दूर बनने के कारण हमने मतदान का बहिष्कार किया है। बता दें कि यहां कुल 438 मतदाता हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."