जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
मुरादाबाद। सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी जब तक टिकट की आस थी तब तक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ईमानदारी की कसमें खा रहे थे। भीड़ के बीच जोर – जोर से कह रहे थे कि, हम अखिलेश यादव के चाहने वाले हैं। उन्हें देश का सबसे ईमानदार नेता मानते हैं और मानतें रहेंगे। लेकिन जैसे ही टिकट की आस छूटी इकराम कुरैशी के सुर बदल गए।
अब हाजी इकराम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुस्लिमों का सबसे बड़ा दुश्मन बता रहे हैं। टिकट बेचने का आरोप भी लगा रहे हैं। आलम ये है कि हाजी इकराम ने यहां तक कह डाला कि अखिलेश यादव मुस्लिम लीडरशिप और मुसलमानों का सफाया करना चाहते हैं।
इकराम ने यहां तक कह डाला कि आजम खां को जेल में सड़वाने का काम भी अखिलेश यादव और सपा ने ही किया है।
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं इकराम
हाजी इकराम कुरैशी फिलहाल देहात सीट से सपा के विधायक हैं। टिकट कटने पर उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। अब वह देहात सीट पर कांग्रेस के सिंबल पर ताल ठोंक रहे हैं।
हाजी इकराम पुराने सपाई हैं। वह सपा के जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष और प्रदेश स्तर पर भी संगठन में कई अहम पदों पर रहे हैं। इसके अलावा अखिलेश सरकार में हाजी इकराम दर्जा मंत्री भी रह चुके हैं।
हाजी इकराम कुरैशी का टिकट काटकर सपा ने उनके पड़ोसी मीट व्यापारी हाजी नासिर कुरैशी को टिकट दिया है। इकराम और नासिर के बीच पुरानी अदावत है।
नासिर को टिकट मिलने के बाद हाजी इकराम ने कहा था कि अखिलेश यादव ने उनका टिकट काटकर साइकिल चोर को दे दिया। नासिर को टिकट होने की वजह से ही इकराम ने सपा छोड़ दी। अब वह अखिलेश यादव के खिलाफ जहर उगल रहे हैं।
इकराम का कहना है कि समाजवादी पार्टी देश में मुसलमानों की भाजपा से भी बड़ी दुश्मन है। हाजी इकराम 2 दिन पहले तक अखिलेश यादव के गुणगान करते नही थकते थे। लेकिन अब वह अखिलेश यादव पर रोज एक नया आरोप लगा रहे हैं।
Author: samachar
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