संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। जनपद के मानिकपुर थाना क्षेत्र के सरैया चौकी अंतर्गत लंबे समय से अवैध खनन और जुए का कारोबार फल-फूल रहा था। इस गोरखधंधे में लिप्त खनन माफियाओं और जुआरियों का दबदबा बना हुआ था, लेकिन पुलिस की सख्त कार्रवाई के चलते इनके मंसूबों पर पानी फिर गया। मानिकपुर थाना प्रभारी और सरैया चौकी पुलिस की सक्रियता के कारण इन अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों को अपनी गतिविधियों पर विराम लगाना पड़ा।
हालांकि, पुलिस की सख्ती के कारण इन माफियाओं ने अब बहिलपुरवा थाना क्षेत्र को अपना नया अड्डा बना लिया है। अब ये बहिलपुरवा के चंद्रा मारा गांव और उसके आसपास के इलाकों में अवैध खनन और जुए के नए ठिकाने स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई से खनन माफियाओं के हौसले पस्त
पिछले साल सरैया चौकी पुलिस ने अवैध खनन और जुए के अड्डों पर बड़ी कार्रवाई की थी, जिससे माफियाओं में भय व्याप्त हो गया था। लेकिन जब थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी का तबादला हुआ, तो इन अपराधियों ने दोबारा अपने पांव जमाने की कोशिश की। लेकिन वर्तमान पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली के कारण उन्हें फिर से अपना ठिकाना बदलने पर मजबूर होना पड़ा।
पत्रकारिता की आड़ में गोरखधंधा
सूत्रों के मुताबिक, कुछ खनन माफिया और जुआरी पत्रकारिता की आड़ में अपने काले धंधे को संचालित करने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें से कुछ लोग पहाड़ों से अवैध खनन कर खनिज सामग्री की चोरी कर रहे हैं, तो कुछ अवैध जुए के कारोबार में लिप्त हैं। इनकी कोशिश रहती है कि जब भी पुलिस कार्रवाई करे, तो वे मीडिया का दबाव बनाकर बच निकलें।
स्थानीय लोगों में भय का माहौल
सरैया और आसपास के इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों का कहना है कि इन माफियाओं और जुआरियों का क्षेत्र में इतना प्रभाव है कि कोई इनके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं करता। यदि कोई इनके अवैध धंधों का विरोध करता है, तो उसे गाली-गलौज और मारपीट का सामना करना पड़ता है।
पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश
जानकारी के अनुसार, जब ये अपराधी पुलिस की पकड़ में आते हैं, तो जिले के एक प्रतिष्ठित पत्रकार के माध्यम से उन पर दबाव डलवाने की कोशिश की जाती है, ताकि कार्रवाई को कमजोर किया जा सके।
जागरूकता अभियान के तहत हुआ खुलासा
“जीत आपकी – चलो गांव की ओर” जागरूकता अभियान के संस्थापक और वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह राणा ने जब इस मामले की पड़ताल की, तो उन्होंने पाया कि इन माफियाओं ने बहिलपुरवा थाना क्षेत्र में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने जब स्थानीय लोगों से इस बारे में जानकारी ली, तो कई लोगों ने दबी जुबान में स्वीकार किया कि क्षेत्र में अवैध खनन और जुए का गोरखधंधा अब भी जारी है।
जब वरिष्ठ पत्रकार ने बहिलपुरवा थाना प्रभारी से इस विषय में फोन पर बात करने की कोशिश की, तो उनका फोन नहीं उठाया गया, जिससे स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी।
पुलिस की सख्ती से घबराए अपराधी
इन माफियाओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती सरैया चौकी पुलिस की सख्ती बन गई है। पुलिस की लगातार कार्रवाई के कारण अब ये अपराधी पुलिस पर ही आरोप लगाने लगे हैं, ताकि उनकी गतिविधियों पर पर्दा डाला जा सके। लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी के कारण इनके मंसूबे सफल होते नहीं दिख रहे हैं।
क्या होगा आगे?
बहिलपुरवा थाना क्षेत्र में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि स्थानीय पुलिस इन अवैध गतिविधियों पर क्या कदम उठाती है। यदि पुलिस ने मानिकपुर और सरैया चौकी की तरह कठोर कार्रवाई की, तो इन अपराधियों का धंधा पूरी तरह चौपट हो सकता है। स्थानीय लोगों की मांग है कि इन अवैध धंधों पर पूरी तरह रोक लगाई जाए और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि क्षेत्र में शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की