चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
लखनऊ। प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं और उनमें होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। साल 2024 में जनवरी से दिसंबर तक कुल 46,052 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इन हादसों में 24,118 लोगों की जान गई, जबकि 34,665 लोग घायल हुए। यह आंकड़े साल 2023 की तुलना में बढ़ोतरी को दर्शाते हैं। 2023 में जहां 44,534 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, वहीं 2024 में यह संख्या 1,518 अधिक रही, जो 3.4 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाती है।
मृतकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। 2023 में जहां 23,652 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई थी, वहीं 2024 में यह संख्या 24,118 हो गई, यानी 466 अधिक लोगों की मौत हुई। यह 2 प्रतिशत की वृद्धि है।
घायलों की संख्या में भारी बढ़ोतरी
2024 में सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोगों की संख्या भी चिंताजनक रही। इस साल 34,665 लोग घायल हुए, जबकि 2023 में यह संख्या 31,098 थी। इस तरह, घायलों की संख्या में 3,567 का इजाफा हुआ, जो 11.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
लखनऊ में सड़क हादसों और घायलों का बढ़ा आंकड़ा
राजधानी लखनऊ में भी सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा बढ़ा है। 2023 में लखनऊ में 1,460 सड़क हादसे हुए थे, जो 2024 में बढ़कर 1,630 हो गए। इस तरह, लखनऊ में सड़क दुर्घटनाओं में 170 की वृद्धि हुई, जो 11.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाती है।
मृतकों की संख्या में भी इजाफा हुआ। 2023 में लखनऊ में सड़क दुर्घटनाओं में 568 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 576 हो गई। वहीं, घायलों की संख्या में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई। 2023 में लखनऊ में 983 लोग घायल हुए थे, जबकि 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 1,165 हो गया। इस तरह, घायलों की संख्या में 182 का इजाफा हुआ, जो 18.5 प्रतिशत की वृद्धि है।
जिलों के प्रदर्शन में अंतर
प्रदेश के कुछ जिलों में बेहतर प्रयास किए गए, जैसे भदोही, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और औरैया। इन जिलों में सड़क दुर्घटनाओं, मौतों और घायलों की संख्या में कमी आई है। वहीं, खीरी जिला सड़क दुर्घटनाओं, मृतकों और घायलों के मामलों में सबसे अधिक प्रभावित रहा।
सरकारी प्रयासों की आवश्यकता
सड़क दुर्घटनाओं और इनमें होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या प्रदेश में सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन, ट्रैफिक प्रबंधन में सुधार और जागरूकता अभियान चलाने से इस स्थिति में सुधार हो सकता है।