सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
बांदा जिले के बबेरू कोतवाली क्षेत्र में 18 दिसंबर को हुई युवती आरती की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में आरती के सगे भाई उदयभान, मामा भुजबल और मौसेरे भाई शिव प्रताप सिंह शामिल हैं। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
घटना का विवरण
18 दिसंबर को मुरवल गांव के गड़रा नदी पुल के नीचे आरती का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने 22 दिसंबर को शिव प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया था, लेकिन बाकी दोनों आरोपी उदयभान और भुजबल फरार थे। पुलिस ने 16 दिन की तलाश के बाद, 3 जनवरी को बबेरू बस स्टैंड के पास से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रेम संबंध बना हत्या का कारण
पुलिस की जांच में पता चला कि आरती का एक शादीशुदा व्यक्ति से प्रेम संबंध था और वह उसी से विवाह करना चाहती थी। यह बात उसके परिवार को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं थी। घटना वाली रात यानी 17 दिसंबर को उदयभान, भुजबल और शिव प्रताप आरती को लेकर मरका थाना क्षेत्र के बजहापुरवा जा रहे थे।
रास्ते में आरती और उसके परिवार के बीच शादी को लेकर तीखी बहस हो गई। आरती ने अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी करने पर जोर दिया। इस बात से नाराज होकर उदयभान और भुजबल ने दुपट्टे से गला दबाकर आरती की हत्या कर दी। बाद में शव को गड़रा नाले के पास फेंक दिया।
हत्या में प्रयुक्त दुपट्टा बरामद
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया दुपट्टा भी बरामद कर लिया है। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। घटना में शामिल सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
यह हृदयविदारक घटना न केवल परिवार के भीतर के तनाव और विरोध का परिणाम है, बल्कि यह सामाजिक ताने-बाने में मौजूद उन जटिलताओं को भी उजागर करती है, जहां व्यक्तिगत इच्छाओं और पारिवारिक मान्यताओं के बीच संघर्ष इस हद तक पहुंच जाता है।
Author: samachar
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