कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
संभल जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक मुस्लिम दंपत्ति ने अपनी जमीन पर कब्जा छुड़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। इस परिवार ने यह भी पेशकश की है कि यदि प्रशासन उनकी जमीन पर दबंगों का कब्जा हटवा दे, तो वे इस जमीन को मंदिर निर्माण के लिए दान कर देंगे।
16 साल से न्याय के लिए भटक रहा है परिवार
इस मुस्लिम परिवार के पति-पत्नी का नाम जरीफ और खुर्शीदा बेगम है। उन्होंने बताया कि उनके पास 130 गज का एक प्लॉट था, जिस पर उनका घर भी बना हुआ था। यह प्लॉट नगर पालिका चौक के पास स्थित है। लेकिन करीब 16 साल पहले उनके अपने ही रिश्तेदारों ने धोखाधड़ी कर इस जमीन पर कब्जा कर लिया।
दंपत्ति का कहना है कि उनकी रिश्तेदारी में शामिल दो चाचियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके घर को बेच दिया और उन्हें बेघर कर दिया। इसके बाद से यह दंपत्ति पुलिस और प्रशासन के दरवाजे खटखटा रहा है।
दबंगों ने किया जमीन पर कब्जा
जरीफ और खुर्शीदा ने बताया कि अब इस प्लॉट पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है और वहां मांस बेचने का कारोबार कर रहे हैं। इस वजह से उन्हें अपना घर छोड़कर किराए के मकान में रहना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि उनके पास उस जमीन से संबंधित असली दस्तावेज हैं, जिन्हें वे कई बार प्रशासन को दिखा चुके हैं।
मंदिर निर्माण और पुलिस चौकी की मांग
दंपत्ति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि उनकी जमीन पर दबंगों का कब्जा हटाकर वहां एक मंदिर का निर्माण करवाया जाए। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि मंदिर के साथ-साथ सुरक्षा के लिए एक पुलिस चौकी भी बनाई जाए।
उन्होंने कहा कि उनके इस प्रस्ताव से न केवल उनका वर्षों पुराना विवाद खत्म होगा, बल्कि क्षेत्र में एक धार्मिक और सुरक्षित वातावरण भी स्थापित होगा।
प्रशासन से न्याय की उम्मीद
जरीफ और खुर्शीदा ने प्रशासन से कहा है कि वे उनके दस्तावेजों की जांच करें। यदि उनके दावे झूठे साबित होते हैं, तो उन्हें किसी भी सजा के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके इस कदम से क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों को राहत और सुरक्षा का एहसास होगा।
सरकार से अंतिम अपील
दंपत्ति ने यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उठाते हुए उनसे व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच कर उनकी जमीन पर कब्जा हटवाए, ताकि वे अपनी पेशकश को पूरा कर सकें और न्याय प्राप्त कर सकें।
यह मामला सनातन धर्म और आपसी सौहार्द्र का एक उदाहरण बन सकता है, जहां एक मुस्लिम परिवार ने अपनी भूमि दान देकर धार्मिक सौहार्द्र का संदेश दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।
Author: samachar
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