ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार अपने बुलडोजर अभियान के लिए जानी जा रही है। इस अभियान के तहत माफियाओं, अपराधियों और अवैध कब्जेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है। इसी कड़ी में सीतापुर से एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां सपा नेता इकबाल अंसारी पर वर्षों से अवैध रूप से कब्जा करके बनाई गई दुकान पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया।
क्या है पूरा मामला?
सीतापुर के सदर तहसील क्षेत्र में कोर्ट चौराहे पर सपा नेता इकबाल अंसारी ने एक मंदिर की जमीन और सरकारी इंटर कॉलेज के रास्ते पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। लगभग 20 लाख की कीमत की 300 वर्ग फीट जमीन पर यह दुकान बनाई गई थी। सपा के शासनकाल में इस अवैध कब्जे का विरोध तो हुआ, लेकिन शिकायतों के बावजूद जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब सपा नेता इकबाल अंसारी के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चला है। इससे पहले भी प्रशासन ने अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई की थी। लेकिन सपा नेता ने इस जगह को वैध बताते हुए कागजात प्रस्तुत करने के लिए समय मांगा था। जब तय समय तक कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं किए गए, तब प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई का निर्णय लिया।
बुलडोजर चला, दुकान ढहाई गई
बीते दिनों तहसील प्रशासन और लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सीतापुर के पुराने इलाके में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया। इसी अभियान के तहत सपा नेता की अवैध दुकान पर बुलडोजर चला। दुकान को पूरी तरह गिरा दिया गया और जमीन को खाली करा लिया गया।
अवैध कब्जेदारों में मचा हड़कंप
सपा नेता की दुकान पर हुई इस कार्रवाई के बाद इलाके के अन्य अवैध कब्जेदारों में हड़कंप मच गया है। यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि योगी सरकार के कार्यकाल में किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासन का सख्त रुख
प्रशासन के मुताबिक, अवैध अतिक्रमण हटाने की यह मुहिम जारी रहेगी। सपा नेता इकबाल अंसारी के मामले में मंदिर की जमीन और सरकारी कॉलेज के रास्ते पर कब्जा करने का दोष सिद्ध हो चुका है। इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि योगी सरकार की बुलडोजर नीति अपराध और अतिक्रमण को खत्म करने में कारगर साबित हो रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय जनता ने योगी सरकार की तारीफ की है। लोगों का मानना है कि अवैध कब्जे हटाकर सार्वजनिक संपत्तियों को बचाना सरकार का सही कदम है।
योगी सरकार की इस नीति ने यह संदेश दिया है कि कानून के दायरे से बाहर कोई नहीं है, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा हो।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."