वल्लभ लखेश्री की रिपोर्ट
राजस्थान के जोधपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां 25 सालों से बंद पड़े एक 500 फीट गहरे ट्यूबवेल से अचानक ज्वलनशील गैस निकलने लगी, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यह घटना तब हुई जब अन्नाराम देवड़ा के खेत में स्थित इस पुराने ट्यूबवेल को फिर से चालू करने का प्रयास किया जा रहा था। सफाई कार्य के बाद, जैसे ही पानी निकालने के लिए पंप लगाया गया, उसी दौरान पानी के साथ ट्यूबवेल से गैस का रिसाव शुरू हो गया।
गैस जलने से फैला डर
गैस के रिसाव की जानकारी मिलने पर कुछ लोग इसे देखने पहुंचे। वहां मौजूद एक व्यक्ति ने माचिस की तीली जलाकर परीक्षण करने का प्रयास किया, जिसके तुरंत बाद गैस जल उठी और एक आग का गुबार बन गया। इस दृश्य ने मौके पर मौजूद लोगों को दहशत में डाल दिया। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, स्थानीय लोगों ने तुरंत ट्यूबवेल को बंद कर दिया और प्रशासन को सूचना दी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलने के बाद, उपखंड अधिकारी (एसडीएम) जवाहर राम चौधरी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और लोगों से अपील की कि कोई भी ट्यूबवेल के पास न जाए और इसे खोलने का प्रयास न करे। उन्होंने आश्वासन दिया कि ज्वलनशील गैस के स्रोत और इसके संभावित खतरों की विस्तृत जांच कराई जाएगी।
ग्रामीणों में दहशत और जिज्ञासा
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पहली बार किसी ट्यूबवेल से गैस निकलते हुए देखा है। यह घटना उनके लिए हैरानी और चिंता का विषय बन गई है। स्थानीय निवासियों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि इतने सालों से बंद पड़े ट्यूबवेल से आखिर गैस कैसे और क्यों निकल रही है।
विशेषज्ञों की जांच की आवश्यकता
इस मामले ने वैज्ञानिक और प्रशासनिक हलकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। माना जा रहा है कि यह गैस प्राकृतिक स्रोत से आ रही हो सकती है, और यह क्षेत्र की भूगर्भीय स्थिति के बारे में नई जानकारी प्रदान कर सकती है। विशेषज्ञों की टीम को बुलाकर जल्द से जल्द जांच कराने की योजना बनाई जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर से यह याद दिलाया है कि प्रकृति में कितने रहस्यमयी घटनाएं छिपी हो सकती हैं, जिन्हें समझने और संभालने के लिए सावधानी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."