ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पुलिस को भी हैरान कर दिया। मुरादनगर पुलिस एक लंबे समय से एक ठग गिरोह की तलाश में थी, जो सोने के सिक्कों के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करता था। इसी दौरान पुलिस ने एक झोपड़ी में रहने वाली गंदे कपड़ों में महिला को रोका। पूछताछ में महिला ने अपना नाम पायल बताया। जैसे ही यह खुलासा हुआ, पुलिस के होश उड़ गए क्योंकि यही महिला ठग गिरोह की मुख्य सदस्य थी।
गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस ने महिला सहित पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी मध्य प्रदेश के कटनी जिले के रहने वाले हैं और घुमंतू जाति से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह बेहद चतुराई से ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। ये लोग जगह-जगह झुग्गी-झोपड़ी लगाते और लोगों को सोने के नकली सिक्के बेचने का लालच देकर ठग लेते।
शिव कथा में हुई थी पहली मुलाकात
पुलिस जांच में यह सामने आया कि गिरोह की महिला सदस्य पायल ने आगरा के एक व्यक्ति को ठगने की साजिश रची। शिव कथा के दौरान महिला ने उस व्यक्ति से संपर्क किया और बताया कि उसके पास 300 ग्राम सोने के सिक्के हैं, जिन्हें वह बेचना चाहती है। महिला की बातों पर विश्वास कर व्यक्ति ने उससे सोने के सिक्के खरीदने की पेशकश की। तय स्थान पर पहुंचने पर महिला और उसके गिरोह ने उससे 9 लाख रुपये ले लिए और फरार हो गए।
गिरफ्तारी और बरामदगी
इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए महिला सहित गिरोह के सभी छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 2 लाख 45 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं। गिरोह का सातवां सदस्य, जिसे बाबा के नाम से जाना जाता है, अभी भी फरार है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे बाबा के बारे में ज्यादा नहीं जानते।
गिरोह का काम करने का तरीका
एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि यह गिरोह बेहद योजनाबद्ध तरीके से काम करता था। गंदे कपड़े पहनकर और झुग्गी-झोपड़ी में रहते हुए यह गिरोह गरीबों जैसा दिखने का नाटक करता। उनकी गतिविधियां इतनी साधारण लगती थीं कि कोई उन पर शक नहीं करता था।
सावधान रहने की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति से सोने या किसी अन्य महंगी वस्तु के नाम पर कोई सौदा न करें। अगर ऐसा कोई प्रस्ताव मिलता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि ठगी के गिरोह अपने नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए कितनी चालाकी से काम करते हैं। ऐसे में सतर्कता ही बचाव का सबसे अच्छा उपाय है।
Author: samachar
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