संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
बांदा जिले में थाना कोतवाली देहात पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह में महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से चार मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड और नकद 5000 रुपये बरामद किए हैं।
शादी के नाम पर होती थी ठगी
जमालपुर निवासी शंकर उपाध्याय ने पुलिस को शिकायत दी कि कुछ लोग शादी कराने के नाम पर उनसे धोखाधड़ी कर रहे हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने महोखर चौराहे से गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे अविवाहित पुरुषों को निशाना बनाते थे, जो शादी के लिए लंबे समय से इच्छुक थे।
गिरोह का तरीका बेहद शातिर था। पहले वे शादी कराने के बहाने पीड़ित से एडवांस राशि लेते थे। शादी के बाद दुल्हन बनी महिला कुछ दिन घर में रुकती और फिर मौका देखकर नकदी व जेवर लेकर फरार हो जाती थी।
शंकर उपाध्याय ने गिरोह को फंसने से बचाया
गिरोह के सदस्यों ने शंकर उपाध्याय को भी ठगने की योजना बनाई थी। गिरोह की एक सदस्य संजना गुप्ता ने खुद को लड़की की मां बताते हुए ज्योति नाम की युवती को शादी योग्य लड़की के रूप में पेश किया। शादी से पहले कपड़े और गहने खरीदने के लिए एडवांस मांगा गया। शंकर ने 5000 रुपये तो दिए, लेकिन उन्हें शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के सदस्यों को धर दबोचा।
पहले भी थे मामलों में लिप्त
गिरफ्तार आरोपियों पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं। अतर्रा और बदौसा थानों में उनके खिलाफ मुकदमे चल रहे हैं। गिरोह की एक महिला सदस्य को कानपुर में भी पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार अभियुक्तों में शामिल हैं:
1. विमलेश वर्मा (पुत्र रामविलास, निवासी बरछा, थाना बदौसा, जनपद बांदा)
2. धर्मेंद्र प्रजापति (पुत्र रामप्रसाद प्रजापति, निवासी निबियाखेड़ा, थाना सजेती, जनपद कानपुर)
3. ज्योति (पुत्री चेतराम, निवासी माधोगढ़, थाना माधोगढ़, जनपद जालौन)
4. संजना गुप्ता (पत्नी अंकित गुप्ता, निवासी थाना सजेती, जनपद कानपुर)
गिरोह में अन्य सदस्य भी सक्रिय
थानाध्यक्ष कोतवाली देहात आनंद कुमार ने बताया कि इस गिरोह में कई अन्य महिलाएं भी शामिल हैं, जो शादी के नाम पर ठगी का काम करती हैं। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है और गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने के लिए जांच तेज कर दी गई है।
यह घटना शादी के नाम पर चल रही धोखाधड़ी को उजागर करती है और पुलिस की सतर्कता से एक बड़ा अपराध गिरोह पकड़ा गया है। पुलिस अब यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि पीड़ितों को न्याय मिले और भविष्य में ऐसे अपराधों पर रोक लगाई जा सके।