सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
बांदा, बांदा जनपद में बढ़ते अवैध खनन के खिलाफ गंगा समग्र (कानपुर प्रांत) बांदा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जिला प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाया। यह आयोजन जिला संयोजक महेश कुमार प्रजापति के नेतृत्व में केन पथ रोड स्थित सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के निकट किया गया।
प्रेस को संबोधित करते हुए जिला संयोजक महेश कुमार प्रजापति ने कहा कि बांदा जिले में अवैध खनन एक गंभीर समस्या बन चुकी है। खनन माफिया नदी के बीच पोकलैंड मशीनों का इस्तेमाल कर केन नदी की बुनियाद को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन गतिविधियों के चलते केन नदी के अस्तित्व पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिले में अवैध खनन की खबरें आए दिन समाचारों में प्रकाशित होती हैं, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई देखने को नहीं मिल रही। प्रशासन की इस उदासीनता पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई और कहा कि अवैध खनन से जल संसाधन, पर्यावरण और जलीय जीवों को गहरा नुकसान हो रहा है।
महेश प्रजापति ने नमामि गंगे परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्त्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य नदियों को स्वच्छ और संरक्षित रखना है। इस परियोजना के तहत नदियों के जल में रहने वाले जीव-जंतुओं के प्राकृतिक आवास को बचाए रखना जरूरी है। लेकिन बांदा में अवैध खनन के कारण केन नदी में रहने वाले कछुए, मछलियाँ और अन्य जलीय जीव संकट में हैं। उन्होंने कहा कि अगर यह स्थिति जारी रही तो प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है।
प्रजापति ने प्रशासन से अवैध खनन को तत्काल बंद करने और इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो गंगा समग्र के कार्यकर्ता बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
इस मौके पर गंगा वाहिनी प्रमुख अनीता शुक्ला, गंगा सेविका प्रमुख पार्वती गुप्ता, तालाब आयाम प्रमुख रजनीश प्रजापति, विधि आयाम प्रमुख दीपक शुक्ला, गौ रक्षा समिति के जिला उपाध्यक्ष महेश कुमार धुरिया और मीडिया आयाम प्रमुख मितेश कुमार समेत कई अन्य कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सभी कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर अवैध खनन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और प्रशासन से तुरंत ठोस कदम उठाने की अपील की।