सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
बांदा। बुंदेलखंड में एक विवाह समारोह में ऐसा उपहार दिया गया जिसने न केवल नवविवाहित जोड़े का दिल जीता, बल्कि पर्यावरण संरक्षण का एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया। क्षेत्र के प्रसिद्ध अभिनेता प्रवीण चौहान और उनकी पत्नी कोनिका की शादी में विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति के जिलाध्यक्ष ने उन्हें पौधा भेंटकर आशीर्वाद दिया। यह उपहार स्थानीय समाज में चर्चा का विषय बन गया है।
इस अनोखे आशीर्वाद का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। पौधा भेंट करने का विचार न केवल वातावरण को स्वच्छ रखने का संदेश देता है, बल्कि नवदंपति को उनके जीवन में हरियाली, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि के प्रति प्रेरित करता है। इस प्रकार का आशीर्वाद नवविवाहितों के जीवन की शुरुआत को प्रकृति से जोड़ता है और उन्हें प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण का महत्व समझाता है।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश
विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति के जिलाध्यक्ष ने बताया कि यह अभियान पिछले कई वर्षों से चलाया जा रहा है। इस मुहिम का उद्देश्य है कि प्रत्येक व्यक्ति कम से कम एक पौधा जरूर लगाए और उसे जीवित रखने की जिम्मेदारी ले। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विशेष अभियान से प्रेरित है, जिसमें उन्होंने अपनी मां के नाम पर पौधा लगाने का आह्वान किया था। यह अभियान आज पूरे देश में सराहा जा रहा है और लोग पौधरोपण के महत्व को समझ रहे हैं।
विवाह समारोह में उपस्थित गणमान्य
इस मौके पर कई सम्मानित व्यक्ति भी उपस्थित थे, जिनमें जिला उपाध्यक्ष महेश कुमार धुरिया, बुंदेलखंड जनमानस कल्याण समिति के अध्यक्ष नीरज निगम, प्रशांत चौहान, विकास अग्निहोत्री समेत अन्य लोग शामिल थे। इन सभी ने इस अनोखे उपहार की सराहना की और कहा कि ऐसे कदम समाज में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य तैयार करेंगे।
नवदंपति को मिली प्रेरणा
प्रवीण चौहान और कोनिका ने इस उपहार को विशेष और यादगार बताया। उन्होंने कहा कि इस पौधे के रूप में मिले आशीर्वाद को वे अपने जीवन में संजोएंगे और पर्यावरण के प्रति जागरूक बने रहेंगे। यह पौधा उनके वैवाहिक जीवन में खुशहाली, प्रेम और सामंजस्य का प्रतीक बनेगा।
समाज के लिए प्रेरणादायक पहल
पौधा भेंट कर आशीर्वाद देने की यह परंपरा समाज को एक नई दिशा दे सकती है। इस पहल से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि लोगों में जागरूकता भी आएगी। विवाह जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर पौधा भेंट करना एक ऐसा तरीका है जिससे नवदंपति को प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास होगा और वे इसे अपने जीवन में शामिल कर सकेंगे।
विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति का यह प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की ओर एक सराहनीय कदम है।