आर्य संतोष कुमार वर्मा की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश के देवास जिले के पिपरी गांव में एक शादी का माहौल उस वक्त मातम में बदल गया जब दूल्हे और उसके परिवार ने शादी के तुरंत बाद दहेज में कार की मांग कर दी। लड़की के परिवार की ओर से इस मांग को पूरा न कर पाने के कारण दूल्हा बिना दुल्हन के ही लौट गया। इस घटना ने एक नई जिंदगी शुरू करने वाले जोड़े का सपना चकनाचूर कर दिया और दहेज प्रथा के कड़वे सच को एक बार फिर सामने ला दिया।
कैसे शुरू हुआ मामला?
बीती रात इंदौर के विजय नगर से बारात बड़ी धूमधाम से देवास जिले के ग्राम पिपरी पहुंची। यह शादी नाई (सेन) समाज के जयेश और खुशबू की थी। हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी संपन्न हुई। शादी के बाद खुशियां मनाई जा रही थीं, लेकिन इसी दौरान रात में दूल्हे और उसके परिवार ने कार की मांग रख दी।
दहेज की मांग और विवाद
दुल्हन के परिजनों के अनुसार, जयेश और उसके परिवार ने अचानक कार की मांग की। जब लड़की के परिवार ने थोड़ी मोहलत मांगी, तो दूल्हे ने यह कहकर धमकी दी कि “अगर अभी कार नहीं मिली तो हम लड़की को विदा नहीं करेंगे।” परेशान परिजनों ने दूल्हे को 50,000 रुपये देने की पेशकश की, लेकिन जयेश और उसके परिवार ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
दुल्हन खुशबू ने बताया कि शादी के बाद अचानक ऐसी मांग उठाई गई जो पहले कभी नहीं की गई थी। “अगर वे पहले ही बता देते, तो हम समय लेकर उनकी मांग पूरी करने की कोशिश करते। लेकिन पांच मिनट में कहां से कार ला सकते थे?”
दूल्हा बिना दुल्हन के लौटा
लड़की के परिजनों ने बार-बार गुहार लगाई, लेकिन दूल्हा अपनी मांग पर अड़ा रहा। अंततः वह बिना दुल्हन के ही लौट गया। यह घटना लड़की और उसके परिवार के लिए बेहद आघातकारी थी।
थाने में शिकायत दर्ज
सुबह होते ही लड़की और उसके परिजन उदयनगर थाने पहुंचे और दहेज प्रथा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। लड़की पक्ष ने दूल्हे और उसके परिवार पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया। थाने में जयेश समेत 7 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
उदयनगर थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। “दूल्हे और उसके परिवार की गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना कर दी गई है। इस तरह के दहेज लोभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
दहेज प्रथा का कड़वा सच
इस घटना ने एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा की गहरी जड़ों को उजागर किया है। जहां शादी के बंधन को पवित्र माना जाता है, वहीं दहेज की लालच ने इस बंधन को तोड़ दिया। लड़की और उसके परिवार ने मांग की है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए दोषियों को कठोर सजा दी जाए।
यह घटना केवल एक परिवार की पीड़ा नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि दहेज जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे।
1 thought on “शादी होते ही दुल्हे ने कर दी ऐसी डिमांड कि दुल्हन बोली, 5 मिनट में कैसे… और जा पंहुची थाने”
दहेज कुप्रथा को समाप्त करने के लिए सबको जागरूक होना होगा, यह सबके ऊपर है। सभी परिवार कभी वर पक्ष हैं, तो कभी वधू पक्ष और कहीं न कहीं, कभी न कभी इस कुप्रथा से बुरी तरीके से प्रभावित होते हैं। इसलिए सभी लोग जागरूक होकर इस पर पहल करें।