गौरी राजेश की रिपोर्ट
जयपुर पुलिस ने हाल ही में एक प्रेमी जोड़े को गिरफ्तार किया है जिसकी कहानी नशे की गिरफ्त में फंसे युवाओं की गंभीर समस्या को उजागर करती है। यह जोड़ा नशे की अपनी लत को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार था और राह चलते लोगों को लूटने जैसे अपराधों को अंजाम देता था। इनके द्वारा की गई घटनाओं की संख्या इतनी अधिक थी कि उन्हें खुद भी नहीं पता था कि वे नशे की हालत में कितने अपराध कर चुके हैं।
कैसे पुलिस ने इस मामले को सुलझाया
शिप्रापथ थानाप्रभारी अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी अरुण उर्फ काकू और उसकी साथी कोमल मौर्य हैं। ये दोनों जयपुर शहर में चेन स्नेचिंग, लूटपाट और चोरी के कई मामलों में वांछित थे। हाल ही में, 7 जुलाई को मानसरोवर इलाके में, इन दोनों ने एक महिला, विमला जैन, के गले से सोने की चेन छीन ली थी। घटना के सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद इनकी पहचान हुई और पुलिस ने छानबीन करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कोमल की जिंदगी में नशे का प्रवेश
पुलिस के अनुसार, कोमल मौर्य की शादी कुछ साल पहले हुई थी लेकिन वैवाहिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न होने के कारण उसने अपने पति को छोड़ दिया और जयपुर आ गई। जयपुर में उसने ब्यूटी पार्लर में काम शुरू किया। यहीं पर उसे स्मैक की लत लग गई, जो धीरे-धीरे उसकी जिंदगी को तबाह करने लगी। जब नशे की उसकी लत बहुत बढ़ गई, तो उसे पार्लर से भी निकाल दिया गया और वह बेरोजगार हो गई।
अरुण से मुलाकात और अपराध की ओर बढ़ता कदम
कोमल की नशे की लत के दौरान उसकी मुलाकात अरुण से हुई, जो पहले से ही नशे का आदी था। दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए और उन्होंने एक-दूसरे की लत को पूरा करने के लिए अपराध की राह अपनाई। नशे की तलब इतनी बढ़ गई थी कि अरुण को उसके परिवार ने घर से निकाल दिया। दोनों सुबह-सुबह घर से निकलते और राह चलते लोगों को निशाना बनाकर लूटपाट करते।
समाज के लिए संदेश
यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि कैसे नशे की लत एक इंसान की जिंदगी को तबाह कर सकती है और उसे अपराध के अंधेरे में धकेल सकती है। यह पुलिस की सजगता और कर्तव्यनिष्ठा का परिणाम है कि ऐसे अपराधियों को पकड़ा जा सका और शहर में बढ़ती अपराध की घटनाओं पर रोक लगाई जा सकी।