कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
बागपत जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष युनूस चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें एक महिला के साथ आपत्तिजनक और अशोभनीय हरकतें करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो में महिला कई बार युनूस चौधरी से रुकने का अनुरोध करती है, लेकिन चौधरी उसकी बातों को अनदेखा करते हुए अपनी हरकतें जारी रखते हैं। वीडियो में महिला की आवाज़ साफ़ तौर पर सुनी जा सकती है, जिसमें वह बार-बार कहती है, “मामी आ जाएंगी, छोड़ दीजिए, रहने दीजिए।” इसके बावजूद, चौधरी पर इसका कोई असर नहीं होता और वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आते।
राजनीतिक हलकों में गूंज और विवाद
यह वीडियो वायरल होते ही बागपत और उसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापक चर्चा का विषय बन गया। कांग्रेस पार्टी को इस घटना के कारण एक बड़े विवाद का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच भी इस घटना को लेकर भारी निराशा और असंतोष देखा जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में इस कृत्य की कड़ी आलोचना हो रही है और कई लोग इसे नेताओं के चरित्र पर एक गंभीर सवालिया निशान के रूप में देख रहे हैं।
विपक्षी दलों का आक्रामक रुख
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जैसे उच्च पद पर आसीन व्यक्ति से इस प्रकार की अशोभनीय हरकत की उम्मीद नहीं की जाती है। इस घटना ने न केवल युनूस चौधरी की व्यक्तिगत छवि को धक्का पहुंचाया है बल्कि कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाया है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लिया और कांग्रेस पर तीखे हमले शुरू कर दिए।
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भाजपा सहित अन्य विपक्षी दलों ने कांग्रेस की नैतिकता पर सवाल उठाते हुए इस मुद्दे को लेकर पार्टी पर हमला बोला है। हालांकि, कांग्रेस की ओर से अब तक इस विषय पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि यह घटना दर्शाती है कि कुछ प्रभावशाली व्यक्ति अपनी सत्ता और ताकत के अहंकार में कानून से ऊपर समझने लगते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाए और पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
हालांकि, अब तक युनूस चौधरी या कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मुद्दे पर कोई सफाई या बयान नहीं आया है।