संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
ऑनलाइन जालसाजों ने अब लोगों की जेबों पर डाका डालने का नया तरीका अपनाया है। उन्होंने शेयर बाजार में निवेश की सहायता के लिए बने ऐप्स का इस्तेमाल करते हुए ठगी करना शुरू कर दिया है। इन जालसाजों ने असली ऐप्स के जैसे दिखने वाले 12 नकली ऐप्स बनाए हैं, जिनके जरिए वे लोगों के बैंक खातों को खाली कर रहे हैं।
इन ऐप्स के जाल में न केवल नए निवेशक बल्कि लंबे समय से शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले अनुभवी लोग भी फंस रहे हैं। अधिक मुनाफे का लालच देकर इन जालसाजों ने गोरखपुर में पिछले तीन महीनों में करीब चार करोड़ रुपये की ठगी की है। जालसाज सोशल मीडिया पर मदद के नाम पर लोगों को जाल में फंसाते हैं और निवेश के सही समय के बारे में जानकारी देने का दावा करते हैं।
चूंकि वास्तविक रूप से भी कुछ ऐसे मददगार ऐप्स उपलब्ध हैं, लोग इन्हें असली समझकर विश्वास कर लेते हैं और अपनी बचत गंवा बैठते हैं।
डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी, शिक्षक सहित हर वर्ग के लोग इन जालसाजों के शिकार हो चुके हैं। पिछले तीन महीनों में पुलिस ने 22 मामलों में केस दर्ज किया है, जिनमें से 16 मामले शेयर बाजार में निवेश के नाम पर हुई ठगी से संबंधित हैं।
इन ठगी के मामलों में 10 लाख से लेकर 30 लाख रुपये तक की रकम शामिल है। पुलिस ने कुछ ऐसे ऐप्स के नामों का खुलासा किया है जिनके जरिए जालसाज लोगों को ठग रहे हैं।
इनमें ‘बल्क कोटक एआई प्रो’, ‘कोटक सेक्योरिटीज केएसएल ऑफिशियल’, ‘जीएसगोल्डडॉटकॉम’, ‘तमिल123’, ‘टॉप्स टेक्नोलॉजी’, ‘राजलाल वासानी’, ‘धन एप’, ‘इंडियन स्टॉक’, ‘गोल्डमैन’, ‘गोल्डमैन सैच्स ट्रेडिंग’, ‘कॉसमॉस’, और ‘ट्रेड जोन’ शामिल हैं।
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि पुलिस हर ठगी के मामले पर केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। साथ ही, लोगों को साइबर अपराध से बचाने के लिए जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है।
इसलिए लोगों को शेयर बाजार में निवेश करते समय अधिक लाभ के लालच से बचकर सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, ताकि वे इन जालसाजों के शिकार न बनें।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."