अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला जब स्थानीय लोग एक ट्रेन की एसी बोगी को बीच सड़क पर खड़ा देखकर हैरान रह गए। पहली नजर में ऐसा लगा कि यह ट्रेन का डिब्बा अचानक सड़क पर कहां से आ गया, लेकिन जल्द ही पता चला कि बोगी एक ट्रेलर पर लदी हुई थी। सुबह लगभग सात बजे, यह ट्रेलर झलवा-घुंघरू चौराहे पर मोड़ लेते समय फंस गया। ट्रेलर की लंबाई ज्यादा होने के कारण यह मोड़ पर अटक गया, और ट्रेलर पर रखा ट्रेन का डिब्बा भी बहुत लंबा था। इसके चलते एक तरफ का पूरा रास्ता करीब आठ घंटे तक बंद रहा, जिससे यातायात बाधित हो गया।
इस घटना की सूचना मिलते ही धूमनगंज पुलिस और ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद दो क्रेनों की मदद से ट्रेलर को निकालने में कामयाबी पाई। इस राहत के बाद स्थानीय लोगों ने चैन की सांस ली।
दरअसल, इस ट्रेन के कोच को सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर एक रेस्टोरेंट में तब्दील करने की योजना थी, जो कुंभ 2025 की तैयारियों का हिस्सा है। रेलवे यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कई नए प्रयोग कर रहा है, और इसी उद्देश्य से इस एसी बोगी को एक निजी फूड कंपनी को दिया गया था। यह बोगी रेलवे रिपेयरिंग सेंटर से ट्रेलर पर लादकर सूबेदार रेलवे स्टेशन पहुंचाई जा रही थी।
इस अनोखे दृश्य ने लोगों को चकित कर दिया। जब लोगों ने सुबह अपने घरों या दुकानों के दरवाजे खोले, तो उनके सामने सड़क पर एक रेलवे कोच खड़ा दिखाई दिया, जिससे वे चौंक गए। कुछ लोग तो डर गए, क्योंकि उन्हें लगा कि कहीं यह कोच पटरी से उतरकर सड़क पर न आ गया हो। हालांकि, जब उन्हें असली बात समझ में आई तो लोगों की जिज्ञासा और बढ़ गई।
यह रेलवे कोच लोगों के लिए कौतूहल का विषय बन गया और कई लोग इसके साथ सेल्फी लेते नजर आए। यह नजारा इसलिए खास था, क्योंकि सड़क पर एसी कोच देखना एक असामान्य बात थी।
Author: samachar
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