चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गोंडा: जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने 15 विद्यालयों की नौ बिंदुओं पर जांच के लिए अपर उप जिलाधिकारी प्रथम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया था। हालांकि, अपर उप जिलाधिकारी प्रथम के बाहर होने के कारण अब यह जांच कर्नलगंज की उप जिलाधिकारी न्यायिक को सौंप दी गई है। माना जा रहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।
परसपुर के नंदौर गांव के निवासी राघवेंद्र सिंह ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा, मंडलायुक्त, और जिलाधिकारी से शिकायत की थी कि गांव के शीतला प्रसाद सिंह द्वारा लगभग 15 विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग से मिलीभगत कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। आरोप यह भी है कि इन 15 विद्यालयों का संचालन कहां हो रहा है, यह स्पष्ट नहीं है। एक ही भवन में एक से अधिक विद्यालय चलाए जा रहे हैं और एक ही छात्र का तीन-तीन विद्यालयों में नाम दर्ज करके विभाग से धनराशि प्राप्त की जा रही है। अनुमान है कि करीब एक करोड़ से अधिक की वित्तीय अनियमितता की गई है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इन 15 विद्यालयों की जांच के लिए उप जिलाधिकारी न्यायिक कर्नलगंज, वित्त एवं लेखाधिकारी जिला पंचायत, और संबंधित विकास खंड के खंड विकास अधिकारी की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति जांच करेगी कि क्या ये विद्यालय मान्यता प्राप्त शर्तों के अनुसार संचालित हो रहे हैं या नहीं, और क्या विद्यालय मान्यता के समय प्रदर्शित स्थान पर संचालित किए जा रहे हैं।
समिति उन विद्यालयों के मान्यता के समय अंकित अध्यापकों, वर्तमान में कार्यरत अध्यापकों, और कक्षा वार विद्यार्थियों के विवरण की जांच करेगी। साथ ही, विद्यार्थियों से ली जाने वाली फीस, आरटीई के तहत नामांकित छात्रों का वर्षवार सत्यापन, और आरटीई के तहत प्राप्त धनराशि का वर्षवार आय-व्यय का भी सत्यापन किया जाएगा।
डीएम ने समिति को 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि जांच संबंधी सभी अभिलेख टीम के अधिकारियों को उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
Author: samachar
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