कमलेश चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ के मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में एक नया विवाद सामने आया है, जिसमें एक यादव परिवार को पुलिस प्रशासन के षड्यंत्र का शिकार बताया जा रहा है। 22 वर्षीय मनीष कुमार यादव, जो मोहनलालगंज के सिसेडी गांव का निवासी है, का प्रेम प्रसंग रानू उर्फ रेनू नामक एक युवती से होने का आरोप है, जो हरिजन समाज से संबंधित है। कहा जा रहा है कि यह प्रेम प्रसंग 22 फरवरी 2024 से फोन के माध्यम से शुरू हुआ और धीरे-धीरे दोनों के बीच मुलाकातें भी होने लगीं।
मनीष के परिवार का दावा है कि इस पूरे मामले के पीछे एक गहरी साजिश है। उनके अनुसार, युवती के पिता राजेश कुमार गौतम ने मनीष को आर्थिक रूप से फंसाने के लिए इस संबंध को आगे बढ़ाया। मनीष और रानू की कथित रूप से मोहनलालगंज के एक मंदिर में शादी भी करवाई गई, जिसमें रानू के पिता भी उपस्थित थे। हालांकि, जब मनीष के पिता कौशल किशोर यादव को इस शादी की जानकारी मिली, तो उन्होंने राजेश कुमार गौतम से बातचीत के लिए संपर्क किया, लेकिन उन्हें धमकाया गया और 10 लाख रुपये की मांग की गई।
मनीष के परिवार ने इस मांग को अस्वीकार करते हुए मनीष को घर से निकाल दिया और उससे सारे संबंध तोड़ लिए। इस घटनाक्रम के बाद, मनीष के खिलाफ एक झूठी एफआईआर दर्ज करवाई गई, जिसमें उन पर युवती के साथ दुष्कर्म करने और वीडियो वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाया गया। इस एफआईआर के पीछे कुछ तथाकथित पत्रकारों और पुलिस कर्मियों पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया जा रहा है।
मनीष के परिवार का आरोप है कि पुलिस और कुछ पत्रकारों ने मिलकर मनीष और उनके परिवार को झूठे आरोपों में फंसाया है, और इसके पीछे आर्थिक लाभ लेने की मंशा है। मनीष की गिरफ्तारी को लेकर भी परिवार ने सवाल उठाए हैं, क्योंकि पुलिस ने गिरफ्तारी की सही जगह का उल्लेख नहीं किया है।
यह मामला अभी जांच के अधीन है और इसमें पुलिस प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे है।
Author: samachar
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