नौशाद अली की रिपोर्ट
महाराजगंज। पुलिस की वर्दी पहने, कंधे पर दो चमकते सितारे और कमर में उत्तर प्रदेश पुलिस का बेल्ट लगाए हुए, चेहरे पर रौब झलकाते हुए एक व्यक्ति खुद को दरोगा बताकर शहर में वसूली कर रहा था। यह व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि फर्जी दरोगा विनोद कुमार यादव था, जिसने लोगों को धोखा देकर पुलिस अधिकारी का रूप धारण कर रखा था।
जब इस फर्जी दरोगा की वसूली को कुछ चालकों ने देखा, तो वे उससे सवाल-जवाब करने लगे। चालकों ने उस पर तीखे शब्दबाण चलाने शुरू किए, जिससे विनोद कुमार दबाव में आ गया। स्थिति बिगड़ने पर चालकों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी, जिससे उसका सारा रौब धरा रह गया।
पिटाई के बाद चालकों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस तेजी से मौके पर पहुंची और फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर थाने ले आई। पूछताछ के दौरान पता चला कि गिरफ्तार व्यक्ति मऊ जिले का रहने वाला है, जिसका नाम विनोद कुमार यादव है। वह पांडेयपुर के थाना दोहरीघाट के अहीरवाती टोला का निवासी है। विनोद ने पुलिस को अपना मोबाइल नंबर भी दिया, जो उसकी पत्नी का निकला। पुलिस ने उसके घरवालों को इस घटना की जानकारी दे दी है।
एएसपी सोमेंद्र मीणा ने बताया कि फरेंदा क्षेत्र में इस फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया गया है। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 205 (झूठे दावे), धारा 352 (हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), और धारा 351(3) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस घटना ने साबित कर दिया कि कानून के साथ खिलवाड़ करने वाले अपराधियों का हश्र हमेशा बुरा होता है, चाहे वे कितने भी शातिर क्यों न हों।
Author: samachar
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