चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले में एक वृद्ध महिला, केवला देवी, खुद को सरकारी दस्तावेजों में जीवित साबित करने के लिए जिलाधिकारी के जनता दरबार में पहुंची। उसने शिकायत की कि उसे सरकारी फाइलों में मृत घोषित कर दिया गया है, जिससे उसकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद हो गई है।
गुरुवार को जब डीएम अविनाश सिंह जनता दर्शन में बैठे थे, तब कटेहरी विकास खंड के ग्राम पतौना की निवासी केवला देवी, जोखूराम की पत्नी, ने अपनी आपबीती सुनाई।
महिला ने बताया कि वह पिछले एक साल से खुद को जिंदा साबित करने की कोशिश कर रही है। डीएम अविनाश सिंह ने तुरंत इस मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए और तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी सरिता शुक्ला को निलंबित करने का निर्देश दिया। साथ ही, एडीओ पंचायत समाज कल्याण विकास खंड कटेहरी को भी निलंबित करने की सिफारिश की गई।
जांच रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022-23 में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी ने सत्यापन रिपोर्ट में केवला देवी को मृत घोषित कर दिया था, जिसके कारण उनकी पेंशन रोक दी गई थी। डीएम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को जांच अधिकारी नियुक्त कर तुरंत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। रिपोर्ट के आधार पर, समाज कल्याण विभाग को वृद्धावस्था पेंशन पुनः शुरू करने के लिए पत्र भेजा गया है।
डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि इस तरह की लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। महिला की पेंशन बहाल करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
Author: samachar
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