नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर जिले के एक गांव में हाल ही में एक दुखद घटना घटी, जहां एक ही परिवार की चार बेटियों की कुआनो नदी में डूबने से मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद सरकार ने परिवार को दैवीय आपदा कोष से 16 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी। हालांकि, इस सहायता राशि का एक हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
गांव बनकट बिलारिया की रहने वाली जन्नतुननिशा, जिनके पति का नाम राजू है, ने जिले के डीएम पवन अग्रवाल से जनता दर्शन के दौरान शिकायत की कि उन्हें सरकार से मिली 16 लाख रुपये की सहायता राशि में से 6 लाख रुपये ग्राम प्रधान ने धोखाधड़ी करके हड़प लिए।
जन्नतुननिशा के अनुसार, ग्राम प्रधान कालू बनकट जाबिर अली ने अधिकारियों के नाम पर पैसे लेने का बहाना बनाकर यह राशि उनसे छीन ली। इस आरोप को गंभीरता से लेते हुए डीएम पवन अग्रवाल ने तुरंत मामले की जांच के आदेश दिए और एसडीएम उतरौला से रिपोर्ट मांगी।
एसडीएम की जांच में यह शिकायत सही पाई गई। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि ग्राम प्रधान जाबिर अली ने कुटिलता से अधिकारियों को पैसा देने के नाम पर जन्नतुननिशा से 6 लाख रुपये हड़प लिए थे।
जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम पवन अग्रवाल ने ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इस आदेश के तहत ग्राम प्रधान के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
डीएम ने इस घटना पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि दैवीय आपदा के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली आर्थिक सहायता राशि में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
Author: News Desk
Kamlesh Kumar Chaudhary