सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
कुशीनगर जिले की पुलिस ने एक ऐसे पशु तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसकी सरगना एक महिला थी। यह महिला, जिसका नाम नजमा बताया जा रहा है, बिहार के पश्चिमी चंपारण की रहने वाली है और उसने एक अंतर्राज्यीय गिरोह बना रखा था जो गोवंशीय पशुओं की तस्करी करता था।
नजमा अपने साथी के साथ लक्जरी कार में बैठकर तस्करी किए जा रहे पशुओं से लदी गाड़ियों का रास्ता साफ कराती थी। महिला होने के कारण उस पर कोई शक नहीं करता था, और इसी का वह फायदा उठाती थी।
पुलिस की जांच के दौरान जब उसने मोबाइल पर बात करनी शुरू की, तो पुलिस को उस पर शक हुआ और पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि वह इस पशु तस्करी गिरोह की मुख्य सरगना है।
कप्तानगंज थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पशुओं से लदी एक गाड़ी पडरौना होते हुए बिहार जाने वाली है। इस सूचना पर पुलिस ने सुधियानी पेट्रोल पंप के पास जांच शुरू की। जांच के दौरान एक कार आती दिखाई दी जिसमें नजमा सवार थी।
शुरुआत में महिला के कारण पुलिस को शक नहीं हुआ, लेकिन जब उसने फोन पर बात करना शुरू किया, तो पुलिस ने शक के आधार पर उससे पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान पता चला कि नजमा ही इस तस्करी गिरोह की मुख्य सदस्य है। पुलिस ने नजमा के अलावा कार चला रहे प्रमोद और पिकअप चला रहे हारून को भी गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से पिकअप गाड़ी में लदे 6 गोवंशीय पशु, 2 कट्टा, 12 कारतूस, मोबाइल और 5000 रुपये सहित कई अन्य सामान बरामद किया गया।
इस सफलता पर कुशीनगर के एसपी संतोष कुमार मिश्र ने गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 15 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा भी की है।
Author: samachar
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