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November 1, 2024 5:02 pm

महिला कांस्टेबल ने प्रेम प्रसंग और दबाव के चलते मौत को लगा लिया गले ; लिख छोडा मौत की पूरी वजह

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ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

फतेहपुर जिले के थरियांव थाना परिसर में एक महिला कांस्टेबल का शव उसके आवास में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला, जिससे पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। 

घटना की जानकारी मिलने पर फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर कई अहम पहलुओं की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है।

पुलिस की जांच में सामने आया कि महिला कांस्टेबल प्रियंका सरोज को एकतरफा प्यार करने वाला एक व्यक्ति शादी न करने का दबाव बना रहा था। 

बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति प्रियंका को उसकी तय शादी के खिलाफ धमकियां दे रहा था, जिससे वह काफी समय से परेशान थी। घटना की रात करीब एक बजे आरोपी ने उसे फोन कर फिर से धमकाया, जिससे तंग आकर प्रियंका ने आत्महत्या कर ली।

एएसपी विजय शंकर मिश्र के अनुसार, महिला कांस्टेबल का शव कमरे के अंदर पंखे से लटका हुआ पाया गया। यह घटना थरियांव थाना परिसर की है, जहां प्रियंका पिछले पांच वर्षों से तैनात थी। वह जौनपुर जिले के पतौरा गांव की रहने वाली थी और 2018 में पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर नियुक्त हुई थी।

मृतक प्रियंका के पिता संकठा प्रसाद ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी जौनपुर के रहने वाले अरविंद नामक युवक से तय की थी, जो 18 नवंबर 2024 को होनी थी। 

हालांकि, प्रियंका का भाई का साला चंदन उसे शादी न करने का लगातार दबाव बना रहा था, जिससे प्रियंका मानसिक रूप से बहुत परेशान थी। उसने इस बारे में अपने परिवार को भी जानकारी दी थी, लेकिन परिवार ने उसे समझाकर शांत कर दिया था।

घटना वाली रात भी चंदन ने प्रियंका को कई बार फोन कर शादी न करने का दबाव बनाया, जिससे तंग आकर प्रियंका ने आत्महत्या कर ली।

प्रियंका के पिता ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर चंदन, करन और अजीत को उनकी बेटी की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। 

एएसपी विजय शंकर मिश्र ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी और फील्ड यूनिट की मदद से शव को पंखे से उतारा गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतक के परिजनों को भी सूचना दे दी गई है और मामले की जांच जारी है। पुलिस आवश्यक कानूनी कार्रवाई कर रही है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."