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November 23, 2024 3:39 pm

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निकाह के तीन साल भीतर ही देवर से लड़ गई नैन और लाखों की लालच में इस कातिल बीवी ने मचा दिया कोहराम

10 पाठकों ने अब तक पढा

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

तारीख 10 अगस्त 2024, वक्त रात के लगभग 2 बजे, जगह मेरठ के सरधना इलाके का नानू गांव। जब गांव के लोग गहरी नींद में सो रहे थे, तभी एक घर से अचानक चीखने की आवाज़ें सुनाई दीं। गांव के लोग अपने घरों से बाहर निकलकर दौड़ते हुए उस घर की तरफ भागे जहां से चीखने की आवाज़ आई थी। वहां पहुंचने पर उन्हें पता चला कि छोटे भाई गुलफाम ने पैसों के लिए अपने बड़े भाई आदिल पर मीट काटने वाले धारदार हथियार से हमला कर दिया है। आदिल खून से लथपथ हालत में था। लोग तुरंत उसे अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।

आदिल की मौत के बाद उसके परिवार ने डॉक्टरों से झूठ बोल दिया कि वह रात के अंधेरे में छत से गिर गया था, जिससे उसे चोटें आईं। हालांकि, डॉक्टरों को आदिल के जख्म देखकर शक हुआ कि यह मामला हत्या का हो सकता है। लेकिन परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया और जल्दी से जल्दी आदिल के शव को दफ्ना दिया। इस बीच, अस्पताल ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। अगले दिन पुलिस पीसीआर आदिल के घर पहुंची और पूछताछ शुरू की। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि आदिल का छोटा भाई गुलफाम उससे कारोबार शुरू करने के लिए पैसे मांग रहा था, और जब आदिल ने पैसे देने से मना किया तो गुलफाम ने गुस्से में आकर उसका कत्ल कर दिया। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया और गुलफाम की तलाश में जुट गई।

गांव में यह बात फैल गई, लेकिन कोई भी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं था। आदिल की पत्नी गजाला का रो-रोकर बुरा हाल था, इसलिए उससे ज्यादा पूछताछ नहीं हो पाई। इसी बीच, घटना के चार दिन बाद, 14 अगस्त को, पुलिस थाने में एक व्यक्ति खुद चलकर आया। उसने अपना नाम गुलफाम बताया—वही गुलफाम, जिसे आदिल के कत्ल के आरोप में पुलिस तलाश कर रही थी।

गुलफाम से पूछताछ करने पर जो सच्चाई सामने आई, उसने पुलिस अधिकारियों को चौंका दिया। असल में, यह मामला तीन साल के निकाह, अवैध संबंधों और 45 लाख रुपये की लालच का था। आदिल का कत्ल किसी और ने नहीं, बल्कि खुद उसकी पत्नी गजाला ने किया था, और इस जुर्म में उसका साथी कोई और नहीं, बल्कि उसका देवर गुलफाम ही था। 

गजाला की शादी मुजफ्फरनगर की थी और करीब तीन साल पहले मेरठ के आदिल से हुई थी। उनके एक डेढ़ साल की बेटी भी थी। आदिल अपनी मौसी के घर पर पला-बढ़ा था, जो उसे गोद ले चुकी थीं। मौसी की मौत के बाद, आदिल को उनकी संपत्ति का वारिस बना दिया गया, जिसमें करीब 60 लाख रुपये की कीमत का एक मकान भी शामिल था। मकान बेचने के बाद आदिल ने 15 लाख रुपये अपने पिता को दिए और बाकी अपने पास रख लिए। हाल ही में, वह कुछ काम के सिलसिले में मुजफ्फरनगर में अपनी ससुराल में रह रहा था।

इस दौरान, गजाला और गुलफाम के बीच अवैध संबंध बन गए। दोनों ने पहले बातचीत शुरू की, जो धीरे-धीरे साथ जीने-मरने की कसमें खाने तक पहुंच गई। लेकिन उनके इस प्यार में सबसे बड़ी रुकावट गजाला का शौहर, आदिल था। 

10 अगस्त की रात, जब आदिल अपनी बीवी को साथ ले जाने के लिए मेरठ आया, तो गजाला और गुलफाम ने एक भयानक योजना बना डाली। गजाला ने रात के खाने में आदिल को नींद की गोलियां मिलाकर खिला दीं। रात के करीब एक बजे, जब आदिल गहरी नींद में था, गजाला ने मीट काटने वाले धारदार हथियार से उसके सिर पर वार कर दिया। आदिल दर्द से कराह उठा, लेकिन जब गजाला को डर हुआ कि कहीं आदिल बच न जाए, तो उसने गुलफाम की मदद से आदिल की गर्दन पर भी हमला किया। 

आदिल की चीखें सुनकर आसपास के लोग जाग गए और शोर मच गया, जिसके बाद गुलफाम वहां से भाग निकला। गजाला ने परिवार के लोगों को बताया कि गुलफाम ने पैसे न देने की वजह से आदिल का कत्ल किया है, और इस पर लोगों ने विश्वास भी कर लिया। 

लेकिन जब गुलफाम को लगा कि वह इस मामले में अकेला फंस रहा है, तो उसने थाने जाकर सारी सच्चाई बता दी। गजाला का असली प्लान यह था कि आदिल के मरने के बाद उसे मकान बेचकर मिले 45 लाख रुपये मिल जाएंगे, और वह गुलफाम से शादी कर लेगी। लेकिन बाद में उसने गुलफाम को ही फंसा दिया। 

फिलहाल, गजाला फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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