जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के संविधान मान स्तंभ कार्यक्रम के दौरान एक गंभीर विवाद हुआ। यह विवाद तब शुरू हुआ जब गोपालपुर के विधायक नफीस अहमद को सांसद धर्मेंद्र यादव की उपस्थिति में बोलने से रोका गया।
नफीस अहमद ने इस घटना के दौरान आरोप लगाया कि उन्हें इसलिए बोलने से रोका जा रहा है क्योंकि वे मुसलमान हैं।
इस घटना के चलते कार्यक्रम में भारी हंगामा हो गया, और दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस, गाली-गलौज और हाथापाई तक की नौबत आ गई।
नफीस अहमद के समर्थकों और अन्य कार्यकर्ताओं के बीच तनाव इस कदर बढ़ गया कि वीडियो बनाने वाले कुछ लोगों के साथ भी मारपीट हुई। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया।
विवाद को शांत करने के लिए सपा के वरिष्ठ नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा, लेकिन अगले दिन इस घटना की गूंज थाने तक पहुंच गई। शुक्रवार को कार्यकर्ता रामसमुझ विश्वकर्मा ने सुरक्षा के लिए शहर कोतवाली में तहरीर दी। उन्होंने विधायक नफीस अहमद को बोलने से रोकने की बात करते हुए कहा कि वे सांसद को सुनने आए थे, और इसको लेकर ही हल्की फुल्की नोकझोंक हुई थी।
दूसरी ओर, वीडियो बनाने वाले संदीप श्रीवास्तव ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने अपने साथ हुई मारपीट का जिक्र किया। कोतवाल शशिमौलि पांडेय ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीरें प्राप्त हो चुकी हैं और मामले की जांच की जा रही है।
हालांकि, सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो चुका है और मामला शांत हो गया है।
वहीं, सांसद धर्मेंद्र यादव ने इसे विरोधियों की साजिश करार दिया और कहा कि समाजवादी पार्टी में पूरी एकता है, और इस प्रकार की घटनाओं से पार्टी में कोई फूट नहीं पड़ सकती।
Author: samachar
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