सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के आरोपी संजय रॉय के फोन में अश्लील फिल्में पाई गई हैं। पुलिस ने बताया कि संजय रॉय को अपनी हरकत पर कोई पछतावा नहीं है। उसने पुलिस से स्पष्ट शब्दों में कहा, “अगर तुम चाहो तो मुझे फांसी पर लटका दो।”
संजय रॉय अस्पताल के नियमित कर्मचारी नहीं थे, लेकिन उन्हें अक्सर अस्पताल परिसर में देखा जाता था। वह कोलकाता पुलिस के साथ एक नागरिक स्वयंसेवक के रूप में काम करते थे। नागरिक स्वयंसेवक संविदा कर्मचारी होते हैं जो यातायात प्रबंधन और आपदा प्रतिक्रिया जैसी विभिन्न सेवाओं में पुलिस की सहायता करते हैं, और उन्हें ₹12,000 प्रति माह का भुगतान मिलता है। उन्हें नियमित पुलिसकर्मियों जैसी सुविधाएं नहीं मिलती हैं।
रॉय 2019 में स्वयंसेवक के रूप में कोलकाता पुलिस के आपदा प्रबंधन समूह में शामिल हुए थे, लेकिन बाद में उन्होंने पुलिस कल्याण प्रकोष्ठ में काम किया और फिर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पुलिस चौकी में तैनात हो गए। रिपोर्टों के अनुसार, रॉय राज्य द्वारा संचालित अस्पताल में एक रैकेट का हिस्सा था, जो मरीजों के रिश्तेदारों से भर्ती सुनिश्चित करने के लिए पैसे लेता था। वह सरकारी अस्पताल में बिस्तर की कमी होने पर मरीजों के रिश्तेदारों से पैसे लेकर पास के नर्सिंग होम में बिस्तर खोजने का काम भी करता था।
हालांकि वह नियमित पुलिसकर्मी नहीं था, रॉय अपने संपर्कों का इस्तेमाल करके कई बार पुलिस बैरक में ठहरता था। वह अक्सर केपी (कोलकाता पुलिस) लिखी टी-शर्ट पहनकर और बाइक पर केपी टैग लगाकर घूमता था, जिससे लोग उसे पुलिसकर्मी समझते थे।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस पूछताछ शुरू करने के तुरंत बाद रॉय ने अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बेपरवाही से कहा कि अगर पुलिस चाहती है तो उसे फांसी पर लटका दिया जाए। उसके मोबाइल फोन से अश्लील सामग्री मिलने की पुष्टि हुई है। शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे, सीसीटीवी कैमरे में रॉय को इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसते हुए कैद किया गया। डॉक्टर का शव कुछ घंटों बाद उसी बिल्डिंग में मिला।
एक महत्वपूर्ण सुराग पीड़िता के शव के पास मिला ब्लूटूथ हेडसेट था। सीसीटीवी फुटेज में रॉय को बिल्डिंग में घुसते समय हेडसेट पहने हुए दिखाया गया, लेकिन जब वह बाहर आया तो हेडसेट गायब था। पीड़िता के शव के पास मिला हेडसेट उसके फोन से जुड़ा हुआ था।
सूत्रों के अनुसार, रॉय ने अपराध करने के बाद घर जाकर सबूत मिटाने के लिए अपने कपड़े धोए। हालांकि, पुलिस ने उसके जूतों पर खून के धब्बे पाए हैं। आरोपी को 23 अगस्त तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा।
डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है। इस घटना के चलते मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस्तीफा दे दिया है। इस बीच, अस्पताल परिसर में बिना रोक-टोक के प्रवेश की अनुमति मिलने से डॉक्टरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
Author: samachar
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