सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
बिहार के नालंदा जिले में एक बेहद दिलचस्प और अनूठा मामला सामने आया है जिसमें दो महिलाएं एक ही पुरुष को लेकर थाने में भिड़ गईं।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब परवलपुर थाने में दो महिलाएं अपने पति को लेकर विवाद करने आईं। दोनों महिलाएं अलग-अलग राज्यों की रहने वाली थीं—एक उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की और दूसरी बिहार के नालंदा जिले की। इस लड़ाई में पति का भविष्य दांव पर था और थाने में गहमागहमी का माहौल बन गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नालंदा जिले के मई गांव निवासी उमेश पाल की पहली शादी उत्तर प्रदेश के इटावा की रहने वाली उषा से हुई थी। उषा और उमेश के दो बच्चे भी हैं।
उषा ने दावा किया कि शादी के बाद उसे ससुराल में प्रताड़ना का सामना करना पड़ा, जिसके कारण वह लगभग पांच साल पहले मायके लौट गई। इस दौरान उमेश ने दूसरी शादी कर ली।
दूसरी पत्नी का नाम प्रमिला है, जो पहले से ही विधवा थी और उमेश से शादी करने के बाद अब उसके साथ रह रही थी।
प्रमिला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “उमेश मेरा दूसरा पति है। मैंने अपने पहले पति से कुछ नहीं लिया और खुद मेहनत-मजदूरी कर अपना गुजारा किया। अब मैं उमेश के साथ करीब डेढ़ साल से रह रही हूँ।
उषा अब क्यों दावा कर रही है कि वह मेरे पति को ले जाएगी? उसने पांच साल तक न तो अपने बच्चों की सुध ली और न ही अपने पति की।”
दूसरी ओर, उषा ने थाने में आकर कहा कि वह इटावा की रहने वाली है और उमेश उसका पति है। उसने आरोप लगाया कि उमेश ने दूसरी महिला से कोर्ट मैरिज कर ली है और वह चाहती है कि उसके बच्चे और पति उसके पास लौटें।
पति उमेश पाल ने मीडिया को बताया कि उषा से उसकी पहली शादी थी, लेकिन झगड़े बढ़ने पर पंचायत बुलाई गई और उषा किसी अन्य व्यक्ति के साथ चली गई। उमेश ने बताया कि उषा ने जाते वक्त अपने जेवर भी साथ ले लिए थे, जिससे उसकी इज्जत चली गई। अब वह प्रमिला के साथ रहना चाहता है।
पत्नी की इस लड़ाई के बाद, उमेश ने साफ कर दिया कि वह प्रमिला के साथ रहने की इच्छा रखते हैं, जिसके बाद उषा वहां से चली गई।
Author: samachar
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