जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। बूढ़नपुर तहसील में जमीन के एक मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर एमएलसी रामसूरत राजभर की ओर से सीएम से की गई शिकायत पर प्रशासन हरकत में आ गया है।
डीएम ने बूढ़नपुर तहसील के एसडीएम और तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ जनपद में आए थे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों संग कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक की थी। उस दौरान भाजपा एमएलसी रामसूरत राजभर ने सीरपट्टी गांव के पुनवासी राजभर के मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था कि उनका जमीन का प्रकरण है।
इस प्रकरण में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी तहसील प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्हाेंने इस प्रकरण को उठाते हुए पूरी फाइल सीएम के सामने रख दी। इस पर सीएम ने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। बैठक के बाद एमएलसी रामसूरत राजभर ने मीडिया के समक्ष भी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अगर अधिकारियों पर लगाम नहीं लगी तो 2027 का चुनाव भाजपा के लिए मुश्किल होगा।
सीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई थी। इस प्रकरण के बाद जिला प्रशासन गंभीर हो गया है। डीएम की ओर से इस मामले में बूढ़नपुर एसडीएम और तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने बताया कि जिस गांव का यह मामला है, उस गांव का कानूनगो पहले ही निलंबित है। हमारी ओर से एसडीएम और तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया है।
Author: samachar
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