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November 22, 2024 5:53 pm

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मौलाना तो खूब बिफरे अखिलेश यादव पर… क्या क्या नही कहा… पढिए 👇

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

लखनऊ: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सलाह दी है कि वे धार्मिक मामलों में राजनीति न करें। मौलाना रजवी ने मुजफ्फरनगर के पुलिस कप्तान के आदेश का समर्थन किया और कहा कि अखिलेश यादव को धार्मिक मामलों में राजनीति नहीं करनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा एक धार्मिक कार्यक्रम है, लेकिन सपा अध्यक्ष ने इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की है। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है।

मौलाना रजवी ने आगे कहा कि मैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव से अनुरोध करूंगा कि वे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप न करें। उन्होंने कहा कि राजनीति करने के और भी कई मौके मिलेंगे, उन मौकों का फायदा उठाकर राजनीति करें, हमें कोई आपत्ति नहीं होगी।

मुजफ्फरनगर हमेशा से एक संवेदनशील क्षेत्र रहा है। इससे पहले, मुजफ्फरनगर के एसएसपी ने 22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले दुकानदारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें दुकानों के सामने दुकान मालिक का नाम लिखने का सुझाव दिया गया था। 

इस एडवाइजरी पर मौलाना रजवी ने कहा कि मुजफ्फरनगर हमेशा से एक संवेदनशील क्षेत्र रहा है, इसलिए यहां पर कड़ी सुरक्षा करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।

योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा को लेकर बड़ा आदेश जारी किया था, जिसमें हर दुकान पर नेम प्लेट लगाने का निर्देश दिया गया था। मौलाना रजवी ने कहा कि यह आदेश साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए है, ताकि कहीं भी हिंदू-मुस्लिम टकराव की स्थिति न पैदा हो। 

जैसे मुहर्रम के जुलूस में पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त थी और अमन-शांति के साथ मुहर्रम का जुलूस संपन्न हुआ, वैसे ही शांतिपूर्ण तरीके से कांवड़ यात्रा संपन्न हो।

इस प्रकार, मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने अखिलेश यादव को सलाह दी है कि वे धार्मिक मामलों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं और प्रदेश में शांति और सौहार्द बनाए रखने में सहयोग करें।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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