दुर्गा प्रसाद शुक्ला के साथ राम कुमार सोनी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण एक गंभीर रेल दुर्घटना हुई है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है और 26 लोग घायल हुए हैं।
रेलवे के कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रचार) के अनुसार, दुर्घटना से पहले लोको पायलट ने धमाके की आवाज़ सुनी थी, लेकिन हादसे के पीछे की सटीक वजह का पता अभी नहीं चला है। अधिकारियों के मुताबिक, घटना की विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है, जिससे दुर्घटना के कारणों को समझा जा सके।
गोंडा की चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर डॉक्टर रश्मि वर्मा ने प्रारंभ में तीन लोगों की मौत की पुष्टि की थी, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या दो ही है।
उन्होंने बताया कि चार व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हैं जबकि 26 लोगों को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि, मरने वालों की संख्या के बारे में विभिन्न स्रोतों से अलग-अलग जानकारी सामने आ रही हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के हवाले से कहा है कि इस रेल दुर्घटना में चार लोगों की मौत हुई है। वहीं, पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज सिंह ने पहले जानकारी दी थी कि एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है, एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और छह व्यक्तियों को मामूली चोटें आई हैं।
गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि “दो लोगों की मौत हुई है और 20 लोग घायल हुए हैं। जो लोग घायल हैं, उनका उपचार किया जा रहा है। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए हमने एंबुलेंस, बस और निजी वाहनों का प्रबंध किया है। काफ़ी लोग अपने गंतव्य पर पहुंच भी गए हैं। रेलवे के साथ मिलकर रेस्क्यू टीम लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचा रही है।”
उत्तर प्रदेश के रिलीफ़ कमिश्नर जीएस नवीन कुमार ने भी बताया कि इस दुर्घटना में 20 लोग घायल हुए हैं।
यह दुर्घटना एक गंभीर हादसा है और प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि पीड़ितों को शीघ्र राहत और सहायता प्रदान की जा सके।
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में हुए चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद रेलवे ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया है। दुर्घटना स्थल पर मेडिकल वैन पहुंच चुकी हैं और राहत कार्य तेजी से चल रहा है।
रिलीफ़ कमिश्नर ने बताया कि 40 सदस्यों वाली मेडिकल टीम और 15 एम्बुलेंस घटनास्थल पर मौजूद हैं। इसके अलावा अन्य मेडिकल टीमें और एम्बुलेंस भी वहां भेजी जा रही हैं। रेलवे और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी राहत कार्यों की निगरानी के लिए घटनास्थल पर उपस्थित हैं। अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना दोपहर 2:35 बजे के करीब हुई।
रिलीफ़ कमिश्नर के कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, गोंडा (8957400965) और लखनऊ (8957409292) में दो हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड ने भी कुछ हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
– कमर्शिल कंट्रोल: 9957555984
– फरकेटिंग (एफकेजी): 9957555966
– मरियानी (एमएक्सएन): 6001882410
– सिमालगुड़ी (एसएलजीआर): 8789543798
– तिनसुकिया (एटीएसके): 9957555959
– डिब्रूगढ़ (डीबीआरजी): 9957555960
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रेन हादसे का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों में तेजी लाएं। उन्होंने घायलों को शीघ्र अस्पताल पहुंचाने और उनके समुचित उपचार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को भी इस दुर्घटना की जानकारी दी गई है। असम सरकार उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ संपर्क में है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
गोंडा के सांसद और केंद्र सरकार में राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने बताया कि सभी अधिकारियों से उनकी मुलाकात हो चुकी है। घायल यात्रियों को मनकापुर सीएचसी और गोंडा भेजा जा चुका है। बाकी यात्रियों को सड़क मार्ग से मनकापुर रेलवे स्टेशन पहुंचाने की व्यवस्था की जा चुकी है। इसके लिए बसों का भी इंतजाम हो चुका है।
डीआरएम से बातचीत के बाद यह तय किया गया है कि गोरखपुर में एक स्पेशल रिलीफ ट्रेन तैयार की जा रही है, जो सभी यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएगी। चूंकि यह मुख्य रेलवे मार्ग है, इसलिए प्राथमिकता के आधार पर इसका संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।
Author: samachar
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