दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे शिक्षक प्रतिनिधियों के साथ संवाद करें और उनकी समस्याओं का समाधान करें।
‘योगी आदित्यनाथ ऑफ़िस’ ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से एक पोस्ट में लिखा, “सभी जिलाधिकारी, बी.एस.ए., ए.बी.एस.ए. के साथ मिलकर स्थानीय शिक्षक प्रतिनिधियों से संवाद करें, उनकी समस्याओं, जिज्ञासाओं का यथोचित समाधान करें। शिक्षक प्रतिनिधियों से प्रतिवेदन प्राप्त कर मुख्यालय को प्रेषित करें।”
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि “पठन-पाठन सुचारु रूप से चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।”
इससे पहले, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए भाजपा सरकार को निशाने पर लिया था। अखिलेश यादव ने कहा था, “सरकार जो फैसले ले रही है, ये सभी जल्दबाजी के हैं। शिक्षकों को परेशान करने के लिए सरकार ने फैसला लिया है कि अब डिजिटल अटेंडेंस ली जाएगी। समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध भी किया।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं कहना चाहता हूं कि यह फैसला स्थगित नहीं होना चाहिए। स्थगित का मतलब है कि सरकार कभी भी इसे लागू कर सकती है। यह फैसला निरस्त हो तभी हमारे शिक्षकों की असली मदद होगी।”
Author: samachar
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