चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
लखनऊ में एक अजीबोगरीब और दुखद घटना घटी जब उन्नाव के रहने वाले युवक सोनू ने अपनी बारात गाजे-बाजे के साथ रहीमाबाद के हासिमपुर गांव पहुंचाई, लेकिन वहां उसकी होने वाली दुल्हन का कोई अता-पता नहीं मिला। असल में, यह मामला गलत पते का नहीं बल्कि एक बड़ी ठगी का था, जिसमें सोनू से करीब पांच लाख रुपये ठगे गए थे।
सोनू का प्रेम प्रसंग काजल नाम की एक युवती से चार साल से चल रहा था। दोनों की मुलाकात चंडीगढ़ में हुई थी, जहां सोनू नौकरी करता था। समय के साथ, काजल ने सोनू का भरोसा जीत लिया और धीरे-धीरे उससे लगभग चार लाख रुपये ऐंठ लिए। काजल ने सोनू को बताया था कि वह रहीमाबाद के हासिमपुर गांव में रहती है।
जब सोनू अपने घर उन्नाव लौटा, तब फोन पर ही काजल और उसके कथित पिता शीशपाल ने दोनों की शादी तय कर दी। शीशपाल ने सोनू के घर वालों से भी बातचीत की और तंगी का हवाला देकर शादी के खर्च के नाम पर एक लाख रुपये और ले लिए। शादी की तारीख 11 जुलाई तय हुई और तय दिन सोनू धूमधाम से बारात लेकर हासिमपुर गांव पहुंचा।
बारात में सोनू के गांव वाले, रिश्तेदार और दोस्त भी शामिल थे। जब सोनू के घरवालों ने ग्रामीणों से शीशपाल और उसकी बेटी काजल का पता पूछा, तो पता चला कि इस नाम का न तो उस गांव में कोई व्यक्ति रहता है और न ही युवती। सोनू ने जब काजल और उसके घरवालों को फोन किया, तो उनके मोबाइल बंद मिले।
सच्चाई का अहसास होने पर सोनू फूट-फूटकर रोने लगा। दोस्तों ने उसे ढांढ़स बंधाया और रहीमाबाद थाने लेकर पहुंचे। रहीमाबाद पुलिस ने सोनू से तहरीर लेकर काजल और उसके पिता की तलाश शुरू कर दी है। थाना प्रभारी अनुभव सिंह ने बताया कि तहरीर लेकर मामले की जांच की जा रही है और युवती व उसके पिता के मोबाइल नंबरों की कॉल डीटेल निकलवाई जा रही है। ठगों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
इस घटना ने सबको चौंका दिया और सोनू के साथ हुई ठगी ने सभी को सतर्क कर दिया कि कैसे प्यार के नाम पर भी धोखा हो सकता है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है और उम्मीद है कि ठगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Author: samachar
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