चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
12 जुलाई 2024 की अल सुबह, जब ज्यादातर लोग गहरी नींद में थे, उत्तर प्रदेश के झांसी के रक्सा इलाके के नदीपार गांव में एक सनसनीखेज घटना ने सभी को चौंका दिया। गांव के कुछ लोग सुबह की सैर के लिए नहर के किनारे टहल रहे थे, तभी उन्हें एक लाश दिखाई दी। लाश के पास जहर से भरी एक शीशी भी पड़ी थी। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने जब लाश की तलाशी ली तो उसके कपड़ों में एक पर्स मिला, जिसमें आधार कार्ड था। आधार कार्ड पर नाम लिखा था- केशव जाटव और उम्र करीब 45 साल। पुलिस ने लाश को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जांच में पता चला कि यह लाश मध्य प्रदेश के दतिया जिले के इंदरगढ़ निवासी केशव जाटव की थी। खबर फैलते ही पूरे गांव में दहशत फैल गई। लोग सवाल करने लगे कि आखिर केशव की हत्या किसने की और क्यों? उसकी जेब में जहर की शीशी क्यों थी?
पुलिस ने जब केशव के परिजनों को खबर दी, तो परिवार में चीख-पुकार मच गई। केशव की पत्नी लक्ष्मी, दो बेटियां और बेटा शोक में डूब गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि केशव की हत्या गला घोंटकर की गई थी और उसके प्राइवेट पार्ट को भी कुचल दिया गया था। पुलिस केशव की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुट गई थी, तभी एक चौंकाने वाला राज सामने आया।
दरअसल, पुलिस ने जब केशव के परिजनों से पूछताछ की, तो पता चला कि केशव के घर पर उसकी पत्नी लक्ष्मी के बहनोई कमलेश का आना-जाना था। केशव का भाई कालीचरण भी वहां पहुंचा और उसने पुलिस को बताया कि उसे अपनी भाभी लक्ष्मी और उसके बहनोई कमलेश पर शक है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सबसे पहले पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए लक्ष्मी और कमलेश की कॉल डिटेल निकाली।
कॉल डिटेल से पता चला कि 11 जुलाई की रात लक्ष्मी और कमलेश के बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई थी। इसके अलावा, कमलेश के मोबाइल की लोकेशन भी घटना वाली रात मौके पर मिली। पुलिस ने तुरंत कमलेश को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। कमलेश ने दबाव में आकर अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि केशव का गला घोंटने वाला वही था और इस हत्या की साजिश के पीछे केशव की पत्नी लक्ष्मी थी।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि लक्ष्मी और उसके बहनोई कमलेश के बीच अवैध संबंध थे। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन कमलेश इसके लिए तैयार नहीं था। वहीं, केशव शराब पीकर अक्सर लक्ष्मी के साथ मारपीट करता था। इन सब कारणों से लक्ष्मी ने अपने पति को रास्ते से हटाने का खतरनाक प्लान बनाया। इस साजिश में कमलेश का ममेरा भाई रवि भी शामिल था।
प्लान के मुताबिक, कमलेश को पहले केशव की हत्या करनी थी और फिर दोनों कोर्ट मैरिज करके एक हो जाने का इरादा था। 11 जुलाई को कोटगांव में केशव के साले के बेटे की शादी थी। इस शादी में कमलेश भी शामिल हुआ। बारात चढ़ने तक केशव और कमलेश एक साथ दिखाई दिए, लेकिन इसके बाद दोनों गायब हो गए। कमलेश ने शराब पिलाने के बहाने केशव को अपनी बाइक पर बिठाकर नहर के किनारे ले गया। वहां पहले से मौजूद रवि भी उनके साथ हो गया।
तीनों ने नहर किनारे बैठकर शराब पी और कमलेश ने चुपके से केशव की शराब में जहर मिला दिया। जब केशव शराब पीकर लड़खड़ाने लगा, तो कमलेश ने रस्सी से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।
इसके बाद कमलेश और रवि गांव लौट आए और जहर की शीशी वहीं छोड़ दी। उन्हें लगा कि किसी को उनकी साजिश का पता नहीं चलेगा और लोग समझेंगे कि केशव ने शराब के नशे में जहर पी लिया। लेकिन पुलिस ने कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
पुलिस ने केशव की हत्या के आरोप में उसकी पत्नी लक्ष्मी, बहनोई कमलेश और ममेरे भाई रवि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."