अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया। आनंदनगर गांव के निवासी दिनेश शर्मा की पुत्री सुषमा की शादी बिहार के गोपालगंज जिले के भोरे थाना क्षेत्र के कुर्थिया गांव के निवासी अभिषेक शर्मा, जो सुरेन्द्र शर्मा के पुत्र हैं, के साथ तय हुई थी। गुरुवार को बारात आई, और द्वारपूजा और जयमाल कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो गए।
रात दस बजे के आसपास, दूल्हे के कुछ दोस्त भोजन करने गए, लेकिन जब उन्होंने शाकाहारी भोजन देखा, तो वे बहुत नाराज हो गए। उन्होंने दूल्हे से कहा, “हमने तिलक में मछली खिलाई थी, और यहाँ सिर्फ पूड़ी-सब्ज़ी बनाई गई है। यह हमारी बेइज्जती है।” दोस्तों की बात सुनकर, दूल्हा भी गुस्से में आ गया और उसने भी भोजन को लेकर अपशब्द बोलने शुरू कर दिए।
इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी, जो थोड़ी ही देर में मारपीट में बदल गई। इस मारपीट में लड़की पक्ष के आशिक शर्मा, दिनेश शर्मा, मीरा देवी, प्रेम शर्मा, दिनेश शर्मा और प्रदीप शर्मा को गंभीर चोटें आईं। वहीं, दूल्हा अभिषेक समेत वर पक्ष के दो लोगों को भी चोट लगी।
इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस गांव में पहुंच गई और दो गाड़ियों से भाग रहे बारातियों को पकड़कर थाने ले आई। इस बवाल के कारण बारात बिना शादी के ही वापस लौट गई। सुबह, लड़की के पिता ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। सीओ सिटी संजय कुमार रेड्डी ने बताया कि मारपीट हुई है और तहरीर मिली है, जिस पर कार्रवाई की जा रही है।
कुछ शराबियों की वजह से दूल्हा और दुल्हन के अरमान टूट गए। सुषमा की शादी एक वर्ष पूर्व तय हो गई थी और वह एक साल से अपनी शादी की तैयारी कर रही थी। बारात आने तक सब कुछ ठीक था और सुषमा बहुत खुश थी। परंतु बारात में आए कुछ शराबियों ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया। शाकाहारी भोजन देखकर वे भड़क गए और मछली खाने की जिद पर अड़ गए, जिससे मारपीट हो गई और बारात बिना शादी के ही लौट गई। इस मामूली कारण से सुषमा की शादी टूट गई और इस घटनाक्रम से सुषमा के परिवारवाले भी बहुत दुखी हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."