दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ में, सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठन द्वारा लोकसभा चुनाव के नतीजों की वजहों और उनके समाधान की राह पर मंथन जारी है।
सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीरजापुर और आजमगढ़ मंडल के भाजपा के जनप्रतिनिधियों के साथ लंबी बातचीत की। इस बैठक में यह निष्कर्ष निकला कि विकास और जनकल्याण के एजेंडे को आगे बढ़ाने के साथ-साथ पार्टी के ‘नैरेटिव’ को भी मजबूत करना होगा।
विपक्ष इस बार अपने मुद्दों को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने में सफल रहा है, और आगे के लिए इसके ‘काउंटर’ को और अधिक सक्रिय करना होगा। मीरजापुर मंडल में भदोही और मीरजापुर लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा को जीत मिली, जबकि सोनभद्र में हार का सामना करना पड़ा।
हार के कारण
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने विधानसभावार चुनाव नतीजों का फीडबैक लिया, जिसमें पहले और अब मिले वोटों का अंतर भी शामिल था। अधिकांश विधायकों ने हार की वही वजहें गिनाईं जो मंथन बैठकों में अक्सर चर्चा का विषय बनी रही हैं।
उनका मानना था कि कार्यकर्ताओं की उदासीनता और आरक्षण को लेकर विपक्ष का नैरेटिव भाजपा के प्रचार अभियान पर भारी रहा। इसके अलावा, उम्मीदवारों को लेकर अंतर्विरोध और आपसी खींचतान भी नुकसान का कारण बनी।
स्थानीय समीकरण
बलिया में टिकट में बदलाव के चलते दावेदारों के सुर भी बदले रहे। कुछ स्थानीय समीकरण भी विरोध की वजह बने। एक विधायक ने सलेमपुर में भी प्रत्याशी की सक्रियता और उसके समर्थकों के नकारात्मक प्रभाव को गिनाया। आजमगढ़ से आए एक जनप्रतिनिधि का कहना था कि वहां के समीकरण पहले से ही भाजपा के लिए अनुकूल नहीं थे। चुनाव के बीच मुद्दों से हुए जातीय उभार ने स्थिति को और जटिल बना दिया।
‘सोशल’ और ‘वोकल’ का महत्व
सूत्रों का कहना है कि बैठक में योगी आदित्यनाथ ने विधायकों से जमीन और वर्चुअल प्लेटफॉर्म दोनों ही जगह ‘सोशल’ और ‘वोकल’ होने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विकास और जनहित के ऐतिहासिक कदम उठाने के बाद भी विपक्ष कई विषयों को लेकर ‘झूठे नैरेटिव’ बनाता रहा है। ऐसे प्रयास आगे भी जारी रहेंगे, और इनका हर प्लेटफॉर्म पर तर्कों और तथ्यों के साथ पर्दाफाश करना होगा।
योगी ने विधायकों से अपील की कि वे जनता के बीच बैठें, समाज में राय बनाने वाले लोगों से संवाद करें, और अपने मुद्दों को उनके बीच रखें, जिससे यह नीचे तक पहुंच सके। उन्होंने विकास योजनाओं का निरीक्षण करने, जहां कोई कमी या सुधार की आवश्यकता हो, उसे उचित फोरम पर रखने की बात कही। बैठक के दौरान विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के विकास कार्यों से जुड़े प्रस्ताव भी दिए। इस बैठक में मंत्री एके शर्मा, दयाशंकर सिंह, और दानिश अंसारी भी मौजूद थे।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."