ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
महोबा: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के एक शख्स की निजी हास्पिटल के डॉक्टरों ने हाइड्रोशील की सर्जरी की जगह नसबंदी कर दी। डॉक्टरों की अंधेरगर्दी देख परिजन गुस्से से भड़क गए। हास्पिटल में डॉक्टरों के खिलाफ हंगामा करते हुए पूरे मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई है।
महोबा जिले के कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के रिकवाहा गांव के मातादीन पिछले कुछ सालों से फाइलेरिया बीमारी की चपेट में था। फाइलेरिया के कारण इसे हाइड्रोसील हो गया था जिससे उसे चलने फिरने में बड़ी दिक्कतें हो रही थी।
परिजनों ने बताया कि हाइड्रोसील की सर्जरी कराने केलिए मातादीन झांसी में एक निजी हास्पिटल गया था जहां डाँक्टरों ने उसे आपरेशन करने की सलाह दी थी। आपरेशन के लिए ये तैयार भी हो गया था। हास्पिटल के डॉक्टरों ने उसे एडमिट करने के बाद खून और अन्य जांच कराई।
ऑपरेशन थिएटर में हो गया खेल!
जांच के बाद आपरेशन की डेट फिक्स की गई। परिजनों के मुताबिक मातादीन के हाइड्रोसील के आपरेशन के दिन रिश्तेदार और परिवार के कुछ लोग हास्पिटल गए थे। जहां डॉक्टरों ने हाइड्रोसील के आपरेशन करने की तैयारी की।
हास्पिटल के आपरेशन थिएटर में उसे ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसका आपरेशन किया गया। मरीज को हास्पिटल की आपरेशन थिएटर में करीब एक घंटे तक रखा गया फिर एक कमरे में उसे शिफ्ट कर दिया गया। आपरेशन के बाद मलहम और पट्टी भी की गई।
डॉक्टरों की मनमानी से परिजन भड़के
परिजनों ने बताया कि आपरेशन के बाद मातादीन को परेशान बढ़ गई जिस पर मरीज को जिला अस्पताल दिखाने ले जाया गया। यहां मरीज और परिजनों को पता चला कि इसकी नसबंदी ही कर दी गई है। परिजनों ने डॉक्टरों की इस लापरवाही पर आक्रोश जताते हुए हास्पिटल में हंगामा किया।
मातादीन ने बताया कि हास्पिटल के डॉक्टरों ने हाइड्रोशील केआपरेशन की जगह नसबंदी ही कर दी है। जिससे दर्द बढ़ गया है। बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई है।
Author: samachar
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