चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
अयोध्या की अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा और उनके साथी जहीर इकबाल ने हाल ही में शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया है। इस मौके पर, महंत राजूदास ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने हिंदू धर्म की दृष्टि से विवाह के महत्व को बताया है।
राजूदास ने यह बताया कि हिंदू धर्म में विवाह को कोई सांविधिक संदेह नहीं होता, बल्कि इसे जन्म-जन्मांतर का बंधन माना जाता है। वे कहते हैं कि इसलिए हर युवा-युवती को अपने माता-पिता की मर्जी से विवाह करना चाहिए और उन्हें आग्नि को साक्षी मानकर मंत्रों के बीच शादी करनी चाहिए। इसके बाद उन्हें जीवन भर एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने शादी को “गुड्डे-गुड्डी का खेल” मानने से इनकार किया और कहा कि यह एक पवित्र बंधन है, जिसमें माता-पिता की मर्जी से दोनों पक्षों ने राजी होकर इस कदम को उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी मर्जी से चलने का हक है और इस प्रकार के व्यक्तिगत निर्णय पर कोई अभद्र टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने सभी को समझाया कि हमें अपने संस्कारों को बरकरार रखना चाहिए और दूसरों के जीवन में सुख-शांति लाने की कामना की। इस प्रकार, उनका बयान एक समझदारी और समर्थन की भावना को दर्शाता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."