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November 22, 2024 3:44 am

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जिम वाली दगाबाज मोहब्बत का ऐसा नशा चढ़ा कि इस महिला ने अपना भरा पूरा परिवार उजाड़ लिया…

28 पाठकों ने अब तक पढा

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

निधि का जीवन एक सुंदर सपना था, जिसमें सब कुछ परफेक्ट था। उसका परिवार, उसका प्यार, और उसके खुशहाल दिन सबकुछ उसके चारों ओर थे। जब उसने फिट रहने के लिए जिम जाने की इच्छा जताई, तो उसका पति बिना किसी झिझक के सहमत हो गया। आखिर, उसका पति हमेशा उसकी खुशियों का ध्यान रखता था। 

निधि ने जिम ज्वॉइन किया और वहां नियमित रूप से जाने लगी। शुरुआत में सब कुछ सामान्य था, लेकिन धीरे-धीरे, जिम में उसकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई जो उसकी जिंदगी में तूफान लेकर आया। जिम के ट्रेनर के साथ उसकी दोस्ती गहरी होने लगी, और यह दोस्ती जल्द ही प्रेम संबंध में बदल गई। निधि का ध्यान अपने परिवार से हटकर जिम और उस ट्रेनर की ओर केंद्रित हो गया।

एक दिन, निधि और उसके ट्रेनर के बीच की यह नजदीकी किसी ने देख ली और उसकी जानकारी उसके पति तक पहुंचा दी। उसका पति यह सुनकर सदमे में था। उसने कभी सोचा भी नहीं था कि जिस जिम में निधि को भेजने का फैसला उसने लिया था, वही उसके परिवार के बिखराव की वजह बन जाएगा।

निधि के पति ने उससे बात करने की कोशिश की, परन्तु यह मुद्दा इतना बड़ा हो चुका था कि इसे सुलझाना आसान नहीं था। दोनों के बीच की दूरी बढ़ती चली गई और उनके रिश्ते में दरार आ गई। एक दिन, निधि के पति ने इस तनाव को सहन न कर पाने की वजह से आत्महत्या कर ली।

इस तरह, निधि के जीवन का सुखद सपना एक दुःस्वप्न में बदल गया। वह जिम, जो उसे स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए था, उसके जीवन को बर्बाद कर गया। अब निधि अपने पति और अपने परिवार के बिना एक खाली जीवन जी रही है, जिसमें न कोई खुशी है और न कोई उम्मीद।

पानीपत के विनोद बराड़ा हत्याकांड का खुलासा होने पर सभी स्तब्ध रह गए। शुरुआत में माना जा रहा था कि विनोद की हत्या देव सुनार ने इसलिए की थी, क्योंकि विनोद ने एक्सीडेंट के मामले में समझौता करने से मना कर दिया था। अक्टूबर 2021 में देव सुनार की पिकअप गाड़ी से हुए एक्सीडेंट में विनोद की दोनों टांगें गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। इसके दो महीने बाद, देव सुनार ने विनोद के घर में घुसकर उस पर फायरिंग कर दी और दावा किया कि उसने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि विनोद समझौता नहीं कर रहा था।

मामला ऐसा लग रहा था जैसे एक साधारण बदले की कार्यवाही हो, लेकिन फिर एक नया मोड़ आया। फरीदाबाद के एसपी के मोबाइल पर विनोद के भाई का एक मैसेज आया, जिसमें उसने हत्या के मामले में साजिश का शक जताया। इस संदेश के बाद पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू की।

जांच में नए खुलासे हुए जो चौंकाने वाले थे। पुलिस ने पता लगाया कि हत्या की यह पूरी घटना एक सोची-समझी साजिश थी। देव सुनार केवल एक मोहरा था, जबकि असली मास्टरमाइंड कोई और था। धीरे-धीरे, जांच में यह भी सामने आया कि इस साजिश में परिवार के ही किसी सदस्य या करीबी का हाथ हो सकता है, जो अपने निजी स्वार्थ या किसी अन्य कारण से विनोद को रास्ते से हटाना चाहता था।

इस नए मोड़ ने पूरे परिवार को स्तब्ध कर दिया और मामले की जांच ने और भी गहराई पकड़ ली। पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ की और धीरे-धीरे इस हत्याकांड की परतें खुलने लगीं। अंततः, सच्चाई सामने आई और विनोद की हत्या का असली कारण और मास्टरमाइंड का पर्दाफाश हुआ। इस रहस्योद्घाटन ने सभी को चौंका दिया और विनोद के परिवार को एक नई चुनौती के साथ छोड़ दिया।

निधि ने कितने रुपए में दी विनोद की हत्या की सुपारी?

विनोद की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसकी पत्नी निधि बराड़ा ने ही कराई थी। निधि ने जब जिम ज्वॉइन किया, तो उसकी दोस्ती वहां के ट्रेनर सुमित उर्फ बंटू से हो गई। सुमित की बॉडी पर निधि मर-मिटी। वो अपने उस पति को भी भूल गई, जिसके लिए हर साल करवा चौथ का व्रत रखती थी। दोनों के बीच करीबी इस हद तक बढ़ी कि निधि ने सुमित के साथ मिलकर अपने पति को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया। उसने देव सुनार नाम के शख्स को इस काम के लिए हायर किया। 

विनोद की हत्या के बदले सुपारी के तौर पर देव सुनार को 10 लाख रुपए कैश, केस की सुनवाई के दौरान वकीलों की फीस और उसके जेल में रहने के दौरान घर का पूरा खर्च देने का वादा किया गया।

विनोद के इंश्योरेंस की रकम से पला शूटर का परिवार

पंजाब में बठिंडा के रहने वाले देव सुनार को निधि ने सुमित के जरिए इस काम के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया। विनोद को एक्सीडेंट में मारने के लिए सुमित ने देव सुनार को एक पिकअप गाड़ी दिलवाई। 

हालांकि, एक्सीडेंट में विनोद की जान बच गई, लेकिन उसकी दोनों टांगें बेकार हो गई। निधि का ये प्लान फेल हो गया। इसके बाद उसने दूसरा प्लान तैयार किया और देव सुनार की जमानत कराकर उससे दोबारा विनोद की हत्या करने के लिए राजी किया। इस बार देव सुनार ने घर में घुसकर विनोद को गोली मारी। 

विनोद के कत्ल के बाद उसके इंश्योरेंस की रकम से निधि ने वो सारे वादे पूरे किए, जो उसने देव सुनार से किए थे। उसके बच्चों की फीस भी निधि ने जमा कराई।

हत्या के बाद सुमित के साथ मनाली गई निधि

पुलिस की तफ्तीश में हालांकि, निधि की प्लानिंग फेल हो गई, लेकिन विनोद की हत्या के बाद उसने अपनी आगे की जिंदगी के लिए एक पूरी योजना बना रखी थी। 

इस योजना के मुताबिक, पहले विनोद का कत्ल होना था। इसके बाद उसकी प्रॉपर्टी और इंश्योरेंस की रकम से शूटर की डिमांड पूरी करनी थी और ये सब होने के बाद जिम ट्रेनर सुमित के साथ जिंदगी शुरू करनी थी। 

निधि अपनी हवस की आग में इस कदर अंधी थी कि विनोद की हत्या के कुछ दिन बाद वो बहाने से सुमित के साथ घूमने मनाली भी गई।

लोग हैरान थे कि अपने पति को खोने वाली निधि के चेहरे से गम के आंसू इतनी जल्दी कैसे सूख गए? शायद किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि उस पूरे हत्याकांड को अंजाम देने वाली निधि ही थी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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