मेघा तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर। अदिति चंसोरिया सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड – डीएमकेएस में स्वयं को जिला पर्यटन प्रबंधक की पदवी से सुशोभित करती यह युवती एक विषकन्या से कमतर नहीं। इस युवती के कारनामे परत दर परत तब खुलते गए जब इसने खुद को एक सहायक कमांडर पर दैहिक शोषण का शिकार होकर गर्भवती होने का आरोप लगाते हुए राजधानी रायपुर के एक वरिष्ठ महिला पत्रकार से मदद की गुहार लगाई।
अब सोंचने वाली बात यह है कि मध्य प्रदेश की इस शातिर युवती ने आख़िरकार छत्तीसगढ़ की एक महिला पत्रकार को अपना सॉफ्ट टारगेट बनाते हुए यह बताया कि कैसे उस सहायक कमांडेंट ने उसे गर्भवती कर दिया। जब पत्रकार ने इस मामले में सहायक कमांडर से बात की, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका अदिति चौरसिया से कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं है। उनका कहना था कि इस महिला से उनकी केवल सोशल साइट पर बातचीत हुई थी और महिला उन्हें लगातार ब्लैकमेल करते आ रही है।
जब पत्रकार ने इस मामले की गहराई से छानबीन की, तो खुलासा हुआ कि अदिति चंसोरिया “मध्य प्रदेश टूरिज्म” की अधिकारी और एक NGO की प्रमुख बताकर सोशल साइट्स पर उच्च अधिकारियों को फंसाती थी और ब्लैकमेल कर उनसे पैसा वसूलती थी। साथ ही यह भी पता चला कि अदिति चंसोरिया एक संगठित गिरोह का हिस्सा है, जो इस तरह के धोखाधड़ी के कार्यों को आज तलक बेख़ौफ़ अंजाम देते आ रहे हैं।
उक्ताशय को लेकर पत्रकार द्वारा जब राजधानी रायपुर स्थित थाना राजेंद्र नगर में शिकायत दर्ज कराने के बाद से ही उन्हें विभिन्न नंबरों से लगातार जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं।
पत्रकार द्वारा इस साजिश का पर्दाफाश करने के बाद से ही अदिति चंसोरिया ने उन्हें बदनाम करनें की कोसिस कर रही है। वह लगातार Truecaller sms और सोशल साइट्स पर पत्रकार की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है। इस प्रकरण से यह स्पष्ट होता है कि किस तरह अदिति चंसोरिया और उसका गिरोह उच्च अधिकारियों को निशाना बनाकर ब्लैकमेलिंग के जरिए धन उगाही कर रहे थे। साथ ही मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि अदिति चँचोरसिया उनके यहाँ कार्यरत नहीं है, जिससे यह और भी स्पष्ट हो जाता है कि अदिति ने झूठी पहचान का सहारा लिया।
पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को जल्द ही सजा मिलेगी।
Author: samachar
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