Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 6:15 pm

लेटेस्ट न्यूज़

नीचे हास्पीटल ऊपर देह बाजार ; व्हाट्सएप पर लडकियां पसंद करने के बाद कराते थे अय्याशी

20 पाठकों ने अब तक पढा

नितेश कटियार की रिपोर्ट

आगरा के बोदला-बिचपुरी मार्ग स्थित एक इमारत में नीचे हॉस्पिटल और दूसरी मंजिल पर देह व्यापार का अड्डा चल रहा था। मंगलवार की दोपहर जगदीशपुरा पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दबिश दी।

मौके से संचालिका सहित पांच महिलाएं और तीन पुरुष पकड़े गए। आरोपियों में बिल्डिंग का मालिक भी शामिल है। पुलिस का दावा है कि उसे हर बात की जानकारी थी। मौके पर तलाश में शक्तिवर्धक दवाएं सहित कई आपत्तिजनक वस्तुएं मिलीं।

एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि बोदला-बिचपुरी मार्ग पर अमर पैलेस नाम से दो मंजिला इमारत है। इमारत का मालिक बोदला निवासी अमर सिंह है। इमारत में नीचे मृत्युंजय हॉस्पिटल चलता है। दूसरी मंजिल पर मुस्कान नाम की महिला किराए पर रहती है। वह देह व्यापार का अड्डा चला रही थी। कई महिलाएं और युवतियां उसके संपर्क में थी। वह ग्राहकों को पहले व्हाट्सएप पर उनके फोटो भेजा करती थी।

ग्राहक जिस युवती को पसंद करते थे वह उस युवती को अपने अड्डे पर बुला लेती थी। कमरों में अय्याशी कराई जाती थी। वहां शराब, बीयर, शक्तिवर्धक दवाएं, शक्तिवर्धक स्प्रे आदि सामान भी मुहैया कराए जाते थे। पुलिस के मौके पर पहुंचते ही खलबली मच गई। दो ग्राहक मौके पर मौजूद थे। उन्हें महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया। पुलिस ने अड्डा संचालिका से पूछा कि भवन स्वामी को इस बात की जानकारी है या नहीं। उसने कहा कि उनका कार्यालय तो इसी तल पर है। उन्हें सब पता है। इस जानकारी के बाद पुलिस ने भवन स्वामी अमर सिंह को भी पकड़ लिया।

एसीपी ने बताया कि पकड़ी गई सभी महिलाएं लोकल हैं। मौके से मनोज कुमार जैन और सतीश कुमार भी पकड़ा गया था। दोनों ग्राहक थे। पुलिस इस मामले में मुस्कान के पति की तलाश कर रही है। वह भी इस अवैध धंधे में शामिल है।

हॉस्पिटल का उठा रहे थे लाभ

पुलिस ने बताया कि अमर पैलेस में नीचे हॉस्पिटल है। ऊपर देह व्यापार का अड्डा चल रहा था। हॉस्पिटल के बाहर चहल-पहल रहती है। तीमारदार बाहर बैठे रहते हैं। उनके वाहन भी आते हैं, इसलिए कोई यह शक नहीं करता है कि यहां रोज नए-नए लोग आते हैं। आरोपित इसी बात का फायदा उठा रहे था। ऊपर देह व्यापार का अड्डा चल रहा था। किसी अनजान के आने पर आस-पास वालों को शक नहीं होता था।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़