Explore

Search
Close this search box.

Search

2 April 2025 12:30 am

निरहुआ के दावे में जीत की सच्चाई से बढी टेंशन अखिलेश और धर्मेन्द्र की

73 पाठकों ने अब तक पढा

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

यूपी में पांच चरणों का चुनाव हो चुका है…अब बारी है छठे चरण की, यानी पूर्वांचल के क्षेत्रों की…जहां बढ़ते तापमान के साथ सियासी पारी भी हाई है…ऐसे में अगर बात करें पूर्वांचल की सबसे हॉट सीट आजमगढ़ की तो यहां सपा और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला होते दिख रहा है…एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी अपना गढ़ बचाने में लगी हुई है वहीं दूसरी ओर भाजपा एक बार फिर आजमगढ़ में कमल खिलाने की पुरजोर कोशिश कर रही है।

बता दें कि, आजमगढ़ से मौजूदा सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ एक बार फिर से चुनावी मैदान में हैं… जो लगातार जीत का दावा कर रहे हैं.. उनका कहना है कि जब 2019 वो हारे थे तब से वो लगातार यहां की जनता की सेवा कर रहे हैं…वहीं दूसरी ओर उनका कहना है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव और सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव भगौड़े हैं क्योंकि चुनाव जीते या हारे वो आजमगढ़ की जनता को अकेला छोड़कर भाग जाते हैं।

खैर…चुनावी माहौल है तो ऐसी बयानबाजी सुनने को मिलेगी….लेकिन, सवाल ये है कि क्या वास्तव में आजमगढ़ की जनता ने दिनेश लाल को अपना नेता मान लिया है या फिर 25 मई को होने वाले छठे चरण के चुनाव में जनता किसी और को अपना नेता चुनेगी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."