नितेश कटियार की रिपोर्ट
कानपुर। सीसामऊ के हीरागंज में सोमवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से महिला घायल हो गई। उन्हें एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों के पूछने पर सरिया लगने की बात कहकर घटना को छिपाने की कोशिश की।
डॉक्टरों ने जब गोली लगने की संभावना देखी तो सीसामऊ पुलिस को घटना की जानकारी दी।
कुछ घंटे चले इलाज के दौरान ही महिला की मौत हो गई। घटना की सूचना पर डीसीपी सेंट्रल, एडीसीपी और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। घटनास्थल से तमंचा और खोखा बरामद हुआ है।
परिजनों का कहना है कि घर में साफ-सफाई के दौरान हादसा हुआ है। महिला को गोली कैसे लगी उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। पुलिस मामले में गैर-इरादतन हत्या और शस्त्र अधिनियम में रिपोर्ट दर्ज कर रही है।
यह है पूरा मामला
सीसामऊ के हीरागंज बद्रीप्रसाद का हाता में रहने वाले संजय यादव बिजली मैकेनिक हैं। मूलरूप से जौनपुर निवासी संजय बीते करीब 10 साल से अपनी ससुराल में बेटे आकृतिक और बेटी रीतिका के साथ रह रहे हैं।
सोमवार सुबह संजय की 35 वर्षीय पत्नी मनीषा अपनी छोटी बहन काजल के साथ टांण की सफाई करवा रही थी। जैसे ही काजल ने झोले में भरा कुछ कबाड़ नीचे फेंका अचानक धमाका हो गया और मनीषा खून से लथपथ होकर गिर पड़ी।
घटना से अफरातफरी मच गई। तुरंत ही पति संजय, साले विशाल के साथ मनीषा को लेकर एलएलआर अस्पताल पहुंचे। इस दौरान डॉक्टरों ने पूछा तो उन्होंने बताया कि सरिया लग गई है। यह कहकर वह घटना को छिपाते रहे।
एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों ने मामला संदिग्ध जान स्वरूप नगर पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद सीसामऊ पुलिस को सूचना दी गई। डॉक्टरों के मुताबिक गोली महिला के नाभि के नीचे लगी है और अभी शायद अंदर ही फंसी है।
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से तमंचा और खोखा बरामद किया है। प्रकरण में गैर-इरादतन हत्या और अवैध शस्त्र अधिनियम की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। -आरएस गौतम, डीसीपी सेंट्रल
भाई-बहन की देखभाल के चलते मायके में रहती थी मनीषा
जवाहर नगर में रहने वाली मनीषा की जेठानी मंजू ने बताया कि करीब दस साल पहले मनीषा की मां निर्मला की मौत हो गई थी। घर में उसका दिव्यांग भाई मनीष, बहन काजल और एक भाई विशाल है। इन सभी की देखभाल के चलते मनीष पति और बच्चों के साथ मायके में ही रहती थी। वहीं पति संजय यहां रहकर बिजली मिस्त्री का काम करता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."