हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
कोरबा : छत्तीसगढ़ की हाई प्रोफाइल सीट कोरबा में लोकसभा चुनाव के दौरान एक नया ट्विस्ट सामने आ गया है। भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडे की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। कांग्रेस से मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत और बीजेपी से उम्मीदवार सरोज पांडे के बीच रोचक हुआ है। 26 अप्रैल बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सभा के बाद समीकरण बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी सभा को लेकर सरोज पांडे से 29 अप्रैल तक जवाब मांगा गया था, आरोप हैं कि सरोज पांडे ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
अब निर्वाचन आयोग ने पूरी शिकायत पर बड़ी कार्रवाई करने के संकेत दे दिए हैं। निर्वाचन आयोग ने कार्यक्रम स्थल में हुए वीडियोग्राफी और कांग्रेस नेता की शिकायत पर जांच की है। इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मंच से दिए गए भाषण का भी जिक्र है। फिलहाल बताया यही जा रहा है कि निर्वाचन आयोग पूरी कथा का खर्च सरोज चुनावी खर्च में जोड़ने का निर्णय लिया है। अब तक कोरबा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही सरोज पांडे ने अपने खर्च का हिसाब निर्वाचन आयोग को सौंप चुकी हैं।
लोकसभा चुनाव में बढ़ गया खर्च
निर्वाचन आयोग को सौंपे गए खर्च के ब्यौरे में 51 लाख 67 हजार 953 का हिसाब दिया गया है। यह खर्च 5 मई तक की स्थिति में किया गया है। कोरबा लोकसभा सीट को लेकर खर्च सीमा 90 लाख बताई जा रही है। 5 में तक के खर्च के बारे में 29 लाख 37 हजार 179 रुपए खर्च करना शेष है, इस राशि से 1 रूपए से ज्यादा खर्च करने की स्थिति में सरोज पांडे की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। इसी खर्च के ब्यौरे में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सभा का लेखा-जोखा जोड़ना बाकी है।
निर्वाचन आयोग ने कोरबा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया था। निर्वाचन आयोग ने बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय को सोमवार 29 अप्रैल तक जवाब देने के निर्देश दिए। आरोप इसी से जुड़ा हुआ है कि चर्चित कथाकार बागेश्वर धाम मंदिर के पुजारी धीरेंद्र शास्त्री का एक दिवसीय रामकथा का आयोजन गोदरीपारा में आयोजित थी।
इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं और आगन्तुकों को बीजेपी के गमछे बांटे और पहनाए गए। निर्वाचन आयोग के उड़नदस्ता और वीडियो निगरानी दल की वीडियोग्राफ़ी में यह प्रमाणित पाया गया है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने भी निर्वाचन आयोग को लिखित शिकायत की थी कि, धीरेंद्र शास्त्री के इस राम कथा कार्यक्रम के प्रचार प्रसार में बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय और छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों के फोटो लगाए गए हैं। फोटो फ़्लेक्सी को नगर निगम चिरमिरी और नगरपालिका मनेंद्रगढ़ में कई सरकारी बिजली के खंभों में लगाया गया।
आयोग ने नोटिस में क्या लिखा?
निर्वाचन आयोग ने बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय को कारण बताओ नोटिस 26 को जारी किया था। उसमें लिखा गया था- “यह परिलक्षित होता है कि, धार्मिक आयोजन की आड़ में राजनीतिक हित साधने का प्रयास किया गया है। लोकसभा क्षेत्र क्रमांक चार कोरबा-02 मनेंद्रगढ़ क्षेत्रांतर्गत मनेंद्रगढ़, खड़गंवा चिरमिरी के चौक चौराहों में शासकीय परिसंपत्तियों पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने बागेश्वर धाम सरकार की फ़ोटो के साथ पोस्टर चस्पा कर राजनीतिक प्रचार प्रसार किया गया है।
हनुमान कथा के समापन के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंच से आयोजकों के नाम की जानकारी दी और उन्हें आशीर्वाद दिया इन्हीं नाम में कोरबा प्रत्याशी सरोज पांडे का भी नाम शामिल था। इसके बाद सरोज पांडे की मुश्किलें लगातार बढ़ती गई।
Author: samachar
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