चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गर्मियों में लोगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए की गई तैयारियों की सोमवार को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने समीक्षा की।
उन्होंने विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की। अब हर ट्रांसफार्मर के मरम्मत की थर्ड पार्टी जांच कराई जाएगी। लापरवाही करने पर ट्रांसफार्मर फुंका तो कार्रवाई की जाएगी।
राजधानी स्थित स्थानीय निकाय सभागार में आयोजित इस बैठक में उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर बार-बार क्षतिग्रस्त न हों इसके लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वहीं बार-बार शटडाउन लिए जाने की भी प्रदेश भर से शिकायतें आ रही हैं।
ऐसे में 33 केवी के सभी फीडर व 11 केवी के स्वतंत्र एवं औद्योगिक फीडर का शटडाउन अब अधिशासी अभियंता (वितरण) की अनुमति से ही लिया जाएगा। शेष 11 केवी के फीडर का शटडाउन उपखंड अधिकारी (वितरण) की अनुमति से ही किया जाएगा।
देनी होगी आपातकालीन शटडाउन की सूचना
वहीं आग लगने, विद्युत दुर्घटना व अन्य समकक्ष विषम व अपरिहार्य परिस्थितियों में विद्युत आपूर्ति यथासंभव अविलंब बंद की जाएगी। संबंधित अवर अभियंता ऐसे आपातकालीन शटडाउन की सूचना अधिशासी अभियंता (वितरण) और उपखंड अधिकारी (वितरण) को देंगे। सभी औद्योगिक फीडर का निर्धारित शटडाउन यथा संभव क्षेत्र की औद्योगिक बंदी के दिन व संबंधित संगठन की सहमति से निर्धारित किए गए दिन के अनुसार ही लिया जाएगा।
यूपीपीसीएल अध्यक्ष ने कहा कि बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जिलों को पर्याप्त धनराशि दी गई है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर होने वाले फाल्ट के कारण अगर बिजली जा रही है तो यह चिंताजनक है।
खराब प्रदर्शन वाले जिलों से मांगा स्पष्टीकरण
समीक्षा बैठक में यूपीपीसीएल अध्यक्ष ने खराब प्रदर्शन वाले जिलों के अधिकारियों को फटकार लगाई और स्पष्टीकरण मांगा है।
अमरोहा, बदायूं, बुलंदशहर, हापुड़, सीतापुर व वाराणसी जोन-दो सहित अन्य जिलों के अधिकारियों को उन्होंने सख्त चेतावनी दी। बिजली आपूर्ति से संबंधित कार्यों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
Author: कार्यकारी संपादक, समाचार दर्पण 24
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